देहरादून। संवाददाता। मोदी सरकार की अटल आयुष्मान योजना पर जहाँ सरकारी कांट्रेक्टर डॉक्टर और निजी संस्थानों की बंदरबाट सामने आ रही है। वही स्वास्थ्य विभाग अब सख्त रुख अपनाता हुआ नजर आ रहा है जहाँ अटल आयुष्मान योजना में जनपद उद्धामसिंघनगर और जनपद हरिद्वार के 2 हॉस्पिटल को स्वास्थ्य विभाग ने फर्जीवाड़े के चलते ससपेंड किया है।
योजना के तहत सूचीबद्ध हरिद्वार और उद्धमसिंघनगर के अस्पतालों ने बड़ी सेंधमारी की है। सरकारी अस्पताल के संविदा चिकित्सक ने निजी अस्पतालों में मरीजों का इलाज किया है बहरहाल मामले की जांच चल रही है। अटल आयुषमान योजना में लाखों की गड़बड़ी की बात सामने आने से पता चला है कि लाभार्थियों को इलाज तो दे दिया जाता है लेकिन उन मरीजो को सरकारी अस्पताल से निजी अस्पताल में रेफर करके चुनिंदा अस्पतालों को भी लाभ पहुंचाने की कोशिस की जाती है यह कोई नई बात नही है जब प्राइवेट और सरकारी डॉक्टरों की मिलीभगत सामने आई है हालांकि स्वास्थ्य निदेशालय के मिशन डायरेक्टर युगल किशोर पंत ने बताया कि कॉन्ट्रैक्टर डॉक्टरों द्वारा बाहर इलाज किया गया इसी आधार पर 2 हॉस्पिटल को सख्त रुख अपनाते हुए ससपेंड किया है और कूल 6 अस्पतालों पर कार्यवाही की गई है बहरहाल जांच अभी जारी है देखने वाली बात होगी जांच के बाद क्या निकल के सामने आता है। ये तो आने वाला वक़्त ही बताएगा। फिलहाल सभी अस्पतालों पर स्वास्थ्य निदेशालय की जांच जारी है।