हरिद्वार।संवाददाता। हिन्दुओं के रामायण और महाभारत जैसे ग्रंथों पर सवाल उठाने और हिन्दुओं को हिंसक बताने वाले माकपा महासचिव सीताराम येचुरी के बयान का कड़े शब्दों में निंदा करते हुए संत समाज ने कहा कि वह अपने बयान के लिए देश से माफी मांगे नहीं तो जेल जाने को तैयार रहे।
भारतकृमाताकृमन्दिर में आयोजित संत समाज की पत्रकार वार्ता में आज संत समाज ने येचुरी के बयान की निंदा करते हुए कहा कि देश का संविधान किसी भी मत और जाति धर्म के खिलाफ अनुचित टिप्पणी करने करने की इजाजत नहीं देता है। पत्रकार वार्ता में पत्रकारों से वार्ता करते हुए स्वामी रामदेव ने येचुरी के बयान पर आक्रोश जताते हुए कहा कि येचुरी ने हिन्दुओं के ग्रंथों को आधार बनाकर जिस तरह हिन्दुओं को हिंसक साबित करने का प्रयास किया है वह राष्ट्रीय अपराध है उन्होने देश के हिन्दु समाज को अपमानित करने का काम किया है जिसे देश का संत समाज कतई भी बर्दाश्त नहंी करेगा। उन्होने कहा कि अगर येचुरी अपने बयान को लेकर देश से माफी नहीं मांगते है तो वह जेल जाने को तैयार रहे। पत्रकार वार्ता के बाद हम सभी संत उनके खिलाफ सामुहिक रिपोर्ट दर्ज कराने जा रहे है।
येचुरी द्वारा भोपाल में एक चुनावी परिचर्चा के दौरान रामायण और महाभारत जैसे गं्रथों में हिंसक घटनाओं की भरमार की बात करते हुए हिन्दुओं के भी हिंसक होने की बात कही गयी थी। स्वामी रामदेव ने कहा कि उनका यह बयान बताता है कि उन्हे हिन्दु संस्कृति का कोई ज्ञान नहीं है। उन्होने येचुरी को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनमें हिम्मत है तो इस्लाम और ईसाइयत के खिलाफ इस तरह की टिप्पणी करके दिखाये। जिसे येचुरी हिन्दुओं की हिंसकता बता रहे है वह उनकी वीरता है और धर्म रक्षा के प्रति उनका सर्मपण है। इस अवसर पर भारत माता मन्दिर के संत सत्य मित्रानंद ने भी येचुुरी द्वारा दिये गये बयान के लिए आड़े हाथों लिया। उन्होने कहा कि पहले येचुरी हिन्दु संस्कृति को समझ तो लें। बिना सोचे समझे किसी धर्म या मत और व्यक्ति के बारे में नेताओं द्वारा कुछ भी कहा जाना अनुचित है उन्होने कहा कि येचुरी ने अपने बयान से हिन्दु समाज की भावनाओं का अहित किया है। उन्हे पूरी देश से क्षमा मांगनी चाहिये। इस अवसर पर तमाम अखाड़ों के संत तथा मन्दिरों के प्रमुख पुजारी भी मौजूद रहे।