देहरादून। संवाददाता। राजधानी देहरादून में पिछले दिनों दिन दहाड़े हुई तीन लूट की वारदातों में 25 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस अब तक खाली हाथ है। हालांकि पुलिस का हर लूट के बाद दावा यही रहा है कि जल्द खुलासा कर दिया जायेगा। लेकिन पुलिस खुलासा तो दूर बदमाशों की पहचान तक नहीं कर पायी है। लूट की इन घटनाओं में समानता यह है कि लूट की यह सभी वारदात बाइक सवार बदमाशों द्वारा अंजाम दी गयी है। वहीं मित्र पुलिस दिन रात चैकिंग के नाम पर आम आदमी का उत्पीड़न करने में जुटी हुई है।
लोकसभा चुनावों के बाद राजधानी देहरादून में बदमाशों ने अपनी आमद दर्ज कराते हुए पहले 15 अपै्रल को नेहरूकालोनी में दिन दहाड़े सर्राफा लूट कांड को अंजाम दिया और फरार हो गये। वहीं दूसरी लूट की वारदात रायपुर के नेहरूग्राम क्षेत्र में अंजाम दी गयी। जहां बाइक सवार लुटेरे ने सुबह सवेरे एक महिला से मंगलसूत्र छीन लिया और फरार हो गया। दिन दहाड़े लूट होने का यह सिलसिला यहीं नहीं थमा। बदमाशों ने अपना हौसला दिखाते हुए तीन मई को शहर कोतवाली क्षेत्र में एक महिला से दिन दहाड़े चेन स्नैचिंग का प्रयास किया। लेकिन सफल न होने पर वह महिला का पर्स ले उड़े।
राजधानी दून में दिन दहाड़े लूट की इन तीन वारदातों को अंजाम दिया जाना व उनका खुलासा कई दिन बाद भी नहीं हो पाना पुलिस की कार्यशैली व बदमाशों के हौसंलों की जानकारी देने के लिए काफी है। हालांकि पुलिस ने सभी लूट की वारदातों के बाद बदमाशों को जल्द गिरफ्तार करने की बात कही थी। लूट की इन तीनों घटनाओं में समानता यह थी कि तीनों घटनाएं बाइक सवार बदमाशों द्वारा अंजाम दी गयी है जबकि मित्र पुलिस चैंकिंग के नाम पर दिन रात परिवार सहित जाने वाले दुपहिया वाहन चालकों का चालान काट कर सरकारी खजाना भर रही है। लगता है उसे लुटेरे बदमाशों से कोई मतलब नहीं है।