देहरादून। संवाददाता। बकाया वेतन और समय पर वेतन सहित अन्य तमाम मांगों को लेकर आज रात से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार की चेतावनी के बाद हरकत में आये शासन प्रशासन के बीच अब तक कई दौर की वार्ता हो चुकी है। आज सुबह नौ बजे सचिवालय में कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारियों व प्रबन्ध निदेशक के बीच हुई वार्ता में कई बिन्दुओं पर सहमति बनी लेकिन कुछ अहम मुद्दों पर सहमति न बन पाने के कारण चालक परिचालक अभी भी आज रात से कार्य बहिष्कार पर अड़े हुए है। चार बजे फिर दोबारा वार्ता होगी। और इसके बाद पांच बजे कर्मचारी यूनियन की आपातकालीन बैठक बुलाई गयी है जिसमें कर्मचारी अंतिम फैसला लेंगे।
कर्मचारी सरकार के इस कदम से नाखुश है कि सरकार एक तरफ उनके दो माह का बकाया वेतन भी नहीं दे रही है वहीं दूसरी ओर कार्य बहिष्कार करने पर उन पर एस्मा लगा रही है। बिना वेतन दिये कोई भी सरकार कर्मचारी को काम करने के लिए बाध्य नहीं कर सकता है। वहीं परिवहन मंत्री यशपाल आर्य का कहना है कि कार्यबहिष्कार, हड़ताल व चक्का जाम किसी समस्या का समाधान नहीं है। राज्य में चारधाम यात्रा चल रही है यात्रियों की परेशानियों को देखते हुए सरकार को एस्मा लागू करने पर मजबूर होना पड़ेगा।। उनका कहना है कि कर्मचारियों के साथ वार्ता की जा रही है।
संभावना है कि रात तक कोई हल निकल जायेगा। यहंा यह उल्लेखनीय है कि कर्मचारी हड़ताल को लेकर दो बार प्रबंन्धन को दो बार नोटिस दे चुके है तथा 16 मई से कार्य बहिष्कार का एलान कर चुके है। शासन आचार संहिता और घाटे का हवाला देकर कर्मचारियों की मांगों पर टाल मटोल कर रहा है अगर आज शाम तक कर्मचारियों की मांगे नहीं मानी गयी तो आधी रात से चालक परिचालकों का कार्य बहिष्कार शुरू हो जायेगा। जिसके कारण सूबे की यातायात व्यवस्था चरमराना तय है।