देहरादून। संवाददाता। राजधानी दून में केदारपुरम स्थित बालिका निकेतन एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गया है। पूर्व में जहंा यहंा रहने वाली बच्चियो के उत्पीड़न, शोषण व उनमें फैले संक्रमण की बात सामने आयी थी वहीं बीती शाम एक बार फिर इस बालिका निकेतन में एक किशोरी की संदिग्ध हालात में मौत होने की बात सामने आयी है। हालांकि निकेतन प्रबंधन का दावा है कि किशोरी ने फांसी लगाकर जान दी है। लेकिन इतनी सारी घटनाएं होने के बाद भी बालिका निकेतन की ओर निकेतन प्रशासन व राज्य सरकार का ध्यान न देना हैरत की बात है।
लड़कियों के शोषण को लेकर सुर्खियों में रहने वाले बालिका निकेतन में दो दिन पूर्व हुई युवती की मौत अब सवालों के घेरे में है। बालिका निकेतन का प्रबंधन जो कह रहा है तथा मौके पर पहुंचे अधिकारियों को जो जानकारी मिली है उन दोनों के बयानों में भारी अंतर है। इस युवती की मौत कैसे हुए यह भले ही पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद साफ हो सकेगा लेकिन युवती की मौत संदिग्ध स्थिति में हुई है इसमें कोई संदेह नहीं है। युवती की मौत को लेकर एक बार फिर शासन प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। मामले को गम्भीरता से लेते हुए आज बाल एंव महिला कल्याण मंत्री रेखा आर्य ने बालिका निकेतन का दौरा किया। और घटनाक्रम के बारे में जानकारी ली। बालिका निकेतन की व्यवस्थाओं को लेकर मंत्री रेखा आर्य ने गहरी नाराजगी व्यक्त की है। बालिका निकेतन की संचालिका द्वारा युवती के फांसी लगाये जानेकी बात कही गयी है जबकि यह भी सामने आ रहा है कि युवती बाथरूम में मृत अवस्था में फर्श पर पड़ी मिली। अब यह जांच के बाद ही पता चल सकेगा कि उसकी मौत कैसे हुई?
उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून का बालिका निकेतन हमेशा से ही सुर्खियों में रहा है। 16 दिसम्बर 2017 को जहंा बालिका निकेतन से पांच बालिकाएं फरार हो गयी वहीं बीते वर्ष बालिका निकेतन की एक छात्रा स्कूल जाते वक्त लापता हो गयी थी। फिर सामने आया कि बालिका निकेतन की कुछ बालिकाओं में संक्रमण फैल गया है। जिसे लेकर लम्बे समय तक बालिका निकेतन की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाये जाते रहे थे।