देहरादून। संवाददाता। स्वास्थ्य विभाग ने लंबे समय से गैरहाजिर चल रहे 35 डॉक्टरों को आखिरकार बर्खास्त कर दिया गया है। नोटिस के बावजूद ये डॉक्टर सेवा पर नहीं आ रहे थे।सचिव स्वास्थ्य नितेश झा की तरफ से शुक्रवार को यह आदेश किए गए। पूर्व में भी स्वास्थ्य महानिदेशक की ओर से कई बार गैरहाजिर चल रहे डॉक्टर्स को जल्द काम पर लौटाने के आदेश दिए थे। इसके बाद भी ये डॉक्टर काम पर नहीं लौटे। 30 नवंबर 2018 को स्वास्थ्य महानिदेशक की ओर से इनकी सेवाएं समाप्त किए जाने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया। चूंकि इन डॉक्टरों की नियुक्ति लोक सेवा आयोग से हुई थी। इसलिए इनकी सेवाएं समाप्त किए जाने से पहले लोक सेवा आयोग की भी अनुमति ली गई। आयोग ने 24 अप्रैल 2019 को अपनी ओर से अनुमति प्रदान की। इसके बाद सचिव स्वास्थ्य झा ने सेवा समाप्त किए जाने के आदेश जारी कर दिए।
इन डॉक्टरों की सेवाएं समाप्तः डॉ. दीपा नेगी, पाशुल जुगरान, प्रदीप चंद्र शर्मा, एमएल विश्नोई, शमीम अहमद, विवेकानंद सत्यबली, युवराज सिंह जीना, नन्दन सिंह चौहान, अवदेश कुमार, अजीत सिंह, विनोद कुमार ओझा, अनूप कुमार, विपुल बिष्ट, गौरव कंसल, अजय कुमार, संजय पंत, कांति प्रसाद कुनियाल, अल्का पुनेठा, जेएन पांडे, सुधीर कुमार, रमेश चंद्र, अनुज भटनागर, श्रीनंद उनियाल, पीयूष गोयल, शरद पांडे, अभिताश मिश्रा, माधवी दुबे, तरुण पाठक, ललित कुमार, रुचिरा पांगती, रुचि डुंगरियाल, आशीष कुमार, मानसी गुसाईं, अजय कुमार और डा. प्रियंका सिंह ।