मिथक तोड़ते हुए भाजपा ने उत्तराखण्ड की पांचों सीटों पर कमल खिलाया

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देहरादून। संवाददाता। देवभूमि उत्तराखण्ड में भाजपा ने एक बार फिर कांग्रेस का सूपड़ा साफ करते हुए सभी पांचों सीट जीत कर नया इतिहास रच डाला है। पूरे देश की तरह उत्तराखण्ड में भी भाजपा ने सभी पाचों सीटें जीतते हुए अपना बेहतरीन प्रदर्शन जारी रखा है यह पहला मौका है जब राज्य बनने के बाद किसी राजनीतिक दल ने लगातार दूसरी बार राज्य की सभी पांच सीटों पर जीत दर्ज करने का कारनामा किया है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने इस जीत पर खुशी जताते हुए इसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पिछले पांच सालों के काम की जीत बताया है।

भाजपा ने 2019 के इस चुनाव में तीन सीटों पर अपने सिटिंग सांसदों पर ही भरोसा जताया था जबकि अजय भट्ट व तीरथ सिंह रावत को नये प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में उतारा था। प्रदेश कांग्रेस के लिए वर्तमान लोकसभा चुनाव परिणाम किसी बुरे सपने से कम नहीं है। क्योंकि उनके पूर्व मुख्यमंत्री व राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत भी चुनाव हार गये है तथा प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह को भी करारी हार का सामना करना पड़ा है।

आज सुबह जब मतगणना शुरू हुई तो कांग्रेस को उम्मीद थी कि वह एक दो सीट पर तो जीत दर्ज कर ही सकती है लेकिन जैसे जैसे मतगणना के चरण आगे बढ़े कांग्रेस प्रत्याशियों की हार का अन्तर भी बढ़ता चला गया और भाजपा प्रत्याशी सभी पांच सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशियों को पटखनी देने में सफल हो गये। हरिद्वार से दोबारा चुनाव लड़ रहे भाजपा प्रत्याशी ओर सिटिंग सांसद डा. रमेश पोखरियाल 4,96,047 मतों के साथ चुनाव जीत चुके थे जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी रहे कांग्रेस के अमरीश कुमार को 3,37,038 वोट ही मिल सके। डा. निशंक ने इस सीट पर डेढ़ लाख से भी अधिक मतों से जीत दर्ज की। वहीं टिहरी सीट पर भी माला राज लक्ष्मी शाह कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह को 2 लाख से अधिक मतों से हराकर विजयी रही।

उन्हे 4,56,939 मत मिले। जबकि प्रीतम सिंह 2,18,862 मत ही प्राप्त कर सके। नैनीताल सीट पर भी भाजपा प्रत्याशी अजय भट्ट ने पूर्व सीएम हरीश रावत को लगभग ढाई लाख मतों से शिकस्त दी। अजय भट्ट को 5,81,875 मत मिले जबकि हरीश रावत 3,37,721 मत ही हासिल कर सके। अल्मोड़ा सीट पर सीटिंग सांसद अजय टम्टा ने कांग्रेस के प्रदीप टम्टा को लगभग दो लाख मतों से हराया उन्हे 3, 72,288 मत मिले जबकि प्रदीप टम्टा को 1,78,555 मत ही मिल सके। पौड़ी सीट पर बीसी खण्डूरी के पुत्र मनीष खण्डूरी को भी हार का सामना करना पड़ा। भाजपा के तीरथ सिंह रावत ने 4,28,854 मत लेकर मनीष खण्डूरी को ढाई लाख से अधिक मतों से हराया। मनीष खण्डूरी को कुल 1,74,663 मत ही मिल सके। 2014 में भी भाजपा ने सूबे की सभी पांचों सीटें जीती थी। इस बार भी सभी सीटें जीत कर भाजपा ने नया इतिहास लिख डाला है।

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