देहरादून। संवाददाता। उत्तराखंड के लोगों ने राज्य बनाने के लिये इसलिये लाठी गोलियाँ थोड़ी खाई थीं कि उनके बच्चों पर अपनी ही सरकार लाठियाँ बरसाये और उन्हें जेल में डाले। सरकार की संवेदनहीनता से 108 की नौकरी से निकाले गये कर्मचारियों पर हो रहे सरकारी अत्याचार की मै निंदा करता हूँ।
मेरा सक्रिय समर्थन उनके आंदोलन के साथ है। यह बात आज पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने अपना बयान जारी कर कही। उन्हांने कहा कि राज्य के लोगों ने अलग राज्य गठन का प्रयास रोजगार प्राप्ति, पलायन रोकने सहित अन्य कई गम्भीर समस्याओं के चलते किया था। जिसमें उन्होने तत्कालीन सरकार के समय लाठिया गोलियां भी खाई थी व शहीद हुए। लेकिन आज स्थिति एक बार फिर बदल गयी है। अब उत्तराखण्ड की अपनी ही चुनी हुई सरकार राज्य वासियों के इस स्वप्न को तोड़ते हुए युवाओं पर अत्याचार करने में जुटी हुई है और उन पर लाठियां भांज रही है।
बता दें कि बीते रोज 108 के पूर्व कर्मियों ने अपनी मांगों के चलते सचिवालय कूच किया था। इस दौरान इनकी पुलिस से झड़प भी हुई और पुलिस ने इन पर लाठियां भी फटकारी और फिर सुद्धोवाला जेल परिसर के बाहर मुक्त कर दिया था।