देहरादून। संवाददाता। महिला सुरक्षा का दावा करने वाली मित्र पुलिस महिलाओं व युवतियों के खिलाफ होने वाले अपराधों को कितनी संजीदगी से देखती है। इसकी बानगी इन दिनों कैंट कोतवाली क्षेत्र में सामने आ रही है। जहां 24 दिनों से लापता चल रही दुष्कर्म पीड़िता का पुलिस अब तक सुराग नहीं लगा पायी है। जबकि दुष्कर्म पीड़िता की ओर से आरोपियों के खिलाफ किया गया मुकदमा पोक्सो अदालत में अपने अंतिम चरण पर है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कैंट कोतवाली क्षेत्र में नाबालिग से दुष्कर्म का यह मामला 2017 में प्रकाश में आया था। मामले में मुख्य आरोपी सहित दो लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया था। पीड़िता के परिजनों के अनुसार पोक्सो एक्ट के इस मामले में पीड़िता के बयान दर्ज हो चुके है। जबकि अन्य लोगों के बयान होने है। पीड़िता के परिजनों का कहना है कि मामले में आरोपी पक्ष के लोगों द्वारा उन पर दबाव बनाया जा रहा था। जब उन्होने उनकी बात नहीं सुनी तो अचानक उनकी पुत्री संदिग्ध परिस्थितियों में अपने घर से 30 मई को लापता हो गयी।
जिसकी जानकारी उन्होने कैंट थाने में भी दी थी। जिसके बाद पुलिस ने खोजबीन की बात तो कही लेकिन लम्बा समय बीत जाने के बाद पुलिस अब भी खाली हाथ टहल रही है। पीड़ित पक्ष ने आरोप लगाते हुए बताया कि उनकी पुत्री के गायब होने में आरोपी पक्ष के लोगों का ही हाथ है लेकिन पुलिस उनके खिलाफ कार्यवाही क्यो नहीं कर रही है यह समझ से परे है।