देहरादून। संवाददाता। दिंवगत मंत्री प्रकाश पंत के आकस्मिक निधन पर नेता प्रतिपक्ष इंद्रा हिर्देश ने भावुक होते हुए कहा कि प्रकाश पंत के जाने से ऐसा लग रहा है मानो उनका छोटा भाई उनसे अलग हो गया है । नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रकाश पंत एक सितारे के रूप में थे जो अब टूट कर बिखर गए हैं। इंदिरा ने कहा कि वह जिस प्रकार के विलक्षण प्रतिभा के धनी थे।
जिसे उन्होंने कई बार सदन में प्रस्तुत किए गए संशोधन प्रस्तावों के रूप में पेश भी किया है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वित्त मंत्री रहते हुए जब उन्होंने बजट पेश किया था तब भी उन्होंने अनुभव के आधार पर उनसे सलाह ली थी और पूछा था कि बेहतर बजट कैसे बनाया जा सकता है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आज उनके ना रहने से सदन को एक कमी खल रही है।।
उन्होंने ने कहा कि कार्य मंत्रणा की बैठक में जो सौगंध को लेकर बिजनेस तय किया गया है। उसके तहत सरकार को सत्र की कार्यवाही आगे बढ़ानी चाहिए, क्योंकि जनहित के बहुत से प्रश्न है जिनका पूछा जाना जरूरी है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह सभी प्रश्न जनता से जुड़े हुए हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि को-ऑपरेटिव की परीक्षाएं राज्य से बाहर कराना। 108 के कर्मचारियों की सेवा बहाली अब तक ना होना और कर्मचारियों की तय समय पर सैलरी न आना बहुत सारे ऐसे विषय हैं जिस पर सरकार का जवाब आना जरूरी है।