देहरादून। संवाददाता। श्रीनगर और बाजपुर में आज निकाय चुनाव की वोटिंग हो रही है। 10 जुलाई को यहां के नतीजों को ऐलान होगा। दोनों निकायों में हो रहे चुनाव त्रिवेंद्र रावत सरकार के लिए प्रतिष्ठा का सवाल भी हैं क्योंकि दोनों ही निकायों में पार्टी 10 साल से सत्ता से बाहर है। राज्य में हुए स्थानीय निकाय चुनावों में बीजेपी विकास को ट्रिपल इंजन लगाने के नाम पर चुनाव लड़ी थी और ज़्यादातर जगह जीत हासिल की थी। मुख्यमंत्री पर इन दोनों निकायों में भी जीत हासिल करने का दबाव है, इसलिए भी क्योंकि अभी तक कांग्रेस लोकसभा चुनाव की हार से उबर नहीं पाई है।
धन सिंह, यशपाल आर्य के क्षेत्र
श्रीनगर नगर पालिका में कांग्रेस और निर्दलीय 5-5 साल सत्ता में रहे हैं तो बाजपुर नगर पालिका में 10 साल से निकाय में कांग्रेस का कब्ज़ा है. ख़ास बात यह भी है कि दोनों ही क्षेत्र त्रिवेंद्र सरकार के दो मंत्रियों के विधानसभा क्षेत्र हैं. श्रीनगर राज्य मंत्री धन सिंह रावत का क्षेत्र है, तो बाजपुर से कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य आते हैं। ऐसे में धन सिंह और यशपाल आर्य की भी अपने-अपने इलाक़े में साख दाव पर है।
सभी मतदान केंद्रों में सुरक्षा के पुख्ता के इंतजाम
नवंबर 2018 में राज्य के कुल 84 निकायों में चुनाव हुआ था जिनमें से 35 पर बीजेपी, 25 पर कांग्रेस और 24 पर निर्दलीय ने जीत दर्ज की थी। कांग्रेस श्रीनगर और बाजपुर में अच्छे नतीजों का दावा कर रही है तो पिछले कुछ चुनाव की तरह बीजेपी यहां जीत का सिलसिला बरकरार रखना चाहती है।