देहरादून। संवाददाता। ऋषिकेश के लक्ष्मण झूला पुल पर आवाजाही बंद किए जाने को लेकर लोगों का विरोध जारी है। पीडब्लूडी द्वारा आनन फानन में पुल को बंद करने के आदेश के बाद ऋषिकेश में आवाजाही का संकट खड़ा हो गया है। बता दें कि इस पुल से हर रोज हजारों लोग आवाजाही करते हैं। कांवड़ मेले जैसे आयोजनों के दौरान तो लाखों लोग इस पुल से गुजरते हैं। लेकिन विभाग द्वारा लिए गए निर्णय पर राज्य पुलिस ने सवाल खड़े कर दिए हैं। वहीं लक्ष्मण झूला पुल को बंद किए जाने पर परमार्थ निकेतन के स्वामी चिदानंद मुनि का कहना है कि एक बार फिर सर्वे किया जाना चाहिए और आम लोगों की सुरक्षा को देखते हुए ऑप्शनल रूट तैयार किया जाना चाहिए।
ऋषिकेश और पौड़ी को जोड़ता है
बता दें कि करीब 96 साल पुराना ऋषिकेश का लक्ष्मण झूला पुल ऋषिकेश और पौड़ी जिले को जोड़ता है। इस पुल से बड़े आयोजनों के दौरान लाखों लोग गुजरते हैं। इस वर्ष 17 जुलाई से राज्य में कांवड़ मेला शुरू होने जा रहा है। इस दौरान लाखों शिव भक्त नीलकंठ महादेव पर जल चढ़ाने जाएंगे। लेकिन ऐन वक्त पर पीडब्लूडी द्वारा लक्ष्मण झूला पुल पर आवाजाही बंद कर दिए जाने से लोगों की दिक्क़ते बढ़ गई हैं।
इस मामले में मुख्य सचिव उत्पल कुमार का कहना है कि पुल के कमजोर हो जाने के कारण ही यह निर्णय लिया गया है ताकि कोई दुर्घटना न घटे और जान-माल की हानि न हो। उल्लेखनीय है कि डिजाइन टेक स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट की ओर से दी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि पुल का तमाम हिस्सा खराब हो गया है और टूटने की स्थिति में है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पुल को तत्काल प्रभाव से लोगों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया जाना चाहिए।