देहरादून। अटल आयुष्मान योजना में मरीजों को कैशलेस इलाज के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले पांच निजी अस्पतालों को 18.85 लाख की वसूली के लिए नोटिस जारी किए गए हैं। गलत ढंग से इलाज का बिल बना कर सरकार से प्राप्त की गई क्लेम राशि लौटाने के लिए निजी अस्पतालों को एक सप्ताह का समय दिया गया है। पैसा वापस न करने पर सरकार की ओर से अस्पतालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
25 दिसंबर 2018 को प्रदेश सरकार ने 23 लाख परिवारों के लिए अटल आयुष्मान योजना शुरू की थी। जिसमें पांच लाख तक मुफ्त इलाज कराने की सुविधा है। योजना में मरीजों का इलाज कराने के नाम पर निजी अस्पतालों में बड़ा ‘खेल’ करना शुरू कर दिया है। सामान्य बीमारी के मरीजों को भी इमरजेंसी में दाखिल कर भारी बिल बना कर क्लेम के लिए सरकार को भेजा है। योजना में सूचीबद्ध 13 निजी अस्पतालों में फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है।
जिस पर सरकार ने सख्त कार्रवाई करते हुए पांच अस्पतालों का अनुबंध खत्म कर रिकवरी के नोटिस जारी किए हैं। इसमें आस्था हॉस्पिटल काशीपुर, प्रिया नर्सिंग हास्पिटल हरिद्वार, जन सेवा हॉस्पिटल काशीपुर, कृष्णा हॉस्टिपल रुद्रपुर और अली नर्सिंग हास्पिटल काशीपुर से 18.85 लाख की वसूली जाएगी। वहीं आठ निजी अस्पतालों में गड़बड़ी पाए जाने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। जल्द ही इन अस्पतालों का अनुबंध योजना से खत्म करने की कार्रवाई की जाएगी।
अटल आयुष्मान योजना में गड़बड़ी करने वाले पांच निजी अस्पतालों का अनुबंध खत्म कर वसूली के नोटिस दिए गए हैं। एक सप्ताह के भीतर गलत बिलों पर प्राप्त किया गया भुगतना वापस नहीं किया गया तो अस्पतालों के खिलाफ अगली कार्रवाई की जाएगी।
– डॉ. अभिषेक त्रिपाठी, निदेशक (प्रशासन) अटल आयुष्मान योजना