उत्तराखंड; देहरादून में छाए बादल, हल्की बूंदाबांदी, चमोली में छह सड़कें बंद

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छा गया अंधेरा
देहरादून। आज सुबह निकली चटख धूप के बाद अचानक राजधानी देहरादून का मौसम बदल गया। आसमान में काले बादल छा गए और हल्की बूंदाबांदी शुरू हो गई। इस दौरान ठंडी हवाएं चलने लगी, जिससे देहरादून का मौसम सुहावना हो गया। ऋषिकेश में भी बादल छाने के बाद ठंडी हवाएं चलने लगीं। कहीं-कहीं हल्की बारिश भी हुई।
वहीं आज दून समेत उत्तराखंड के कई इलाकों में बारिश हो सकती है। मौसम केंद्र के अनुसार 23 जुलाई तक राजधानी के ज्यादातर हिस्सों में हल्के बादल छाये रहने और बारिश का अनुमान है। राजधानी व आसपास के इलाकों में बादल छाये रह सकते हैं। कुछ इलाकों में चमक और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। वहीं बादल छाये रहने और हल्की बारिश के बावजूद अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी जारी है। शुक्रवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था।

चमोली जिले में पांच दिन से बंद पड़ी हैं छह सड़कें, पैदल आवाजाही कर रहे ग्रामीण
रुक-रुककर हो रही बारिश से गोपेश्वर ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने वाली सड़कें बदहाल पड़ी हैं। जिले में पांच दिन से छह सड़कें भूस्खलन और पुश्ते टूटने से बंद पड़ी हैं। जहां सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए खुली भी हैं, वहां नालियां बंद होने से सड़कें तालाब में तब्दील हो गई हैं, जिससे वाहनों की आवाजाही भी मुश्किल से हो पा रही है।

चमोली जिले में भूस्खलन से पुरसाड़ी-पलेठी, कुहेड़-मथरपाल, बिरही-गौणा, नंदप्रयाग-देवखाल, डिडोली संपर्क मार्ग और कनकचैरी- रौता मोटर मार्ग बंद पड़े हैं, जिससे ग्रामीणों को पैदल आवाजाही करनी पड़ रही है। कनकचैंरी-रौता मोटर मार्ग तीन दिनों से बंद पड़ा है, जिससे क्षेत्र के चार गांवों के ग्रामीण पांच किलोमीटर की पैदल दूरी तय कर गंतव्य को जा रहे हैं।

ग्रामीण बीरबल सिंह का कहना है कि सड़क खोलने के लिए प्रशासन स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। बिरही-गौणा मोटर मार्ग भी पांच दिनों से बंद है, जिससे स्कूलों में जाने वाले शिक्षक और छात्र-छात्राएं पैदल ही आवाजाही कर रहे हैं। इधर, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंद किशोर जोशी का कहना है कि सभी सड़कों को खोलने के लिए जेसीबी लगाई गई हैं। जल्द ही सड़कों के आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा।

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