देहरादून। संवाददाता। कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी को सोनभद्र जाने से रोकने और हिरासत में लेने के विरोध में उत्तराखण्ड सहित पूरे देश में कांग्रेसियों का प्रदर्शन आज दूसरे दिन भी जारी रहा। हालांकि आज दोपहर अपनी जिद पर अड़ी प्रियंका गांधी को पीड़ित परिवारों से मिलवाने पर प्रशासन को मजबूर होना पड़ा जिसके बाद वह दिल्ली वापस लौट गयी लेकिन 36 घंटे वह मीडिया की सुर्खियों में बनी रही।
बीते कल प्रियंका गांधी को सोनभद्र जाने से रोक दिये जाने पर कांग्रेसियों ने देश भर में प्रदर्शन किये थे वहीं दून में कांग्रेसियों ने भाजपा सरकार का पुतला फूंककर प्रदर्शन किया था वहीं आज सुबह बागेश्वर, चमोली और रूड़की सहित राज्य के अन्य स्थानों पर कांग्रसियों ने आज भाजपा के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन किया और भाजपा को तानाशाह बताते हुए कहीं मोदी और कहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी के पुतले फूंके।
उधर हल्द्वानी में भी कांग्रेस ने भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन किया व पुतला फूंका जिसमें पूर्व सीएम हरीश रावत व नेता विपक्ष इंदिरा हृदयेश भी मौजूद रही। कांग्रेस सांसद प्रदीप टम्टा ने प्रियंका को हिरासत में लेने का विरोध करते हुए कहा कि भाजपा सरकार यह तो बताये उसने किस कानून के तहत उन्हे गिरफ्तार किया है। उन्होने कहा कि भाजपा नारा तो देती है सबका साथ सबका विकास लेकिन 10 निर्दोष गरीब लोगों की हत्या कर दी जाती है। क्या यही सबका साथ सबका विकास है उसके ऊपर से भाजपा सरकार किसी को भी पीड़ित से मिलने भी नहीं देगी यह कैसा लोकतंत्र है। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने थराली और रूड़की में भी भाजपा सरकार की तानाशाही के खिलाफ प्रदर्शन किये गये तथा यूपी सरकार के खिलाफ पुतला फूंका। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह का कहना है कि भाजपा सत्ता मद में अब तानाशाही पर उतर आयी है जिसे देश की जनता भी देख रही है।