देहरादून। संवाददाता। अपनी खोई हुई राजनीतिक हैसियत को फिर से हासिल करने के प्रयास में जुटी प्रदेश कांग्रेस को अब गैरसैंण का ही सहारा है। राज्य सभा सांसद प्रदीप टम्टा का सुझाव है कि कांग्रेस को गैरसैंण पर न सिर्फ आंदोलन खड़ा करने की जरूरत है बल्कि गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने पर एक प्रस्ताव लाना चाहिए।
यह बात अलग है कि जब कांग्रेस सत्ता में थी और हरीश रावत मुख्यमंत्री थे तब कांग्रेस ने गैरसैंण पर अपने पत्ते नहीं खोले लेकिन अब जब उसे मुद्दा हाथ से जाता दिख रहा है तो वह गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने की बात कर रहे है। हरीश रावत राज्य की सिर्फ एक राजधानी और स्थायी राजधानी गैरसैंण बनाने को ही उचित ठहरा रहे है।
वहीं अब सांसद प्रदीप टम्टा भी उनके सुर में सुर मिलाते हुए कह रहे है कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह को कांग्रेस कांग्रेस की बैठक बुलाकर गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने के लिए प्रस्ताव लाना चाहिए। साथ ही वह कहते है कि गैरसैंण में जो भी कुछ काम हुआ है वह कांग्रेस का ही कराया हुआ है। भाजपा को तो गैरसैंण राजधानी के मुद्दे पर बात करने का भी कोई अधिकार नहीं है।
भाजपा जिसने गैरसैंण को ग्रीष्म कालीन राजधानी बनाने का वायदा अपने घोषणाकृपत्र मेे कर रखा है। जन भावनाओं के मद्देनजर अब कांग्रेस को लगता है कि गैरसैंण को ही स्थायी राजधानी बनाया जाना चाहिए। इसके लिए आंदोलन भी जारी है। यही कारण है कि कांग्रेस अब अपनी सियासी जमीन वापस हासिल करने के लिए गैरसैंण की ओर ही दिख रही है। पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में अपना सब कुछ गंवा बैठी कांग्रेस को लगता है कि गैरसैंण ही उसका बेड़ा पार लगा सकती है।