आईएएस जेपी जोशी सीडी प्रकरण में दो आरोपी गिरफ्तार

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देहरादून। संवाददाता। करीब चार साल पहले प्रकाश में आए तत्कालीन अपर सचिव गृह जेपी जोशी ब्लैकमेलिंग प्रकरण के दो आरोपियों को पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी उसी टीवी चैनल में कार्यरत थे, जिसमें अपर सचिव की अश्लील क्लिपिंग चलाई गई थी। मामले में अन्य आरोपियों को पुलिस पूर्व में ही गिरफ्तार कर चुकी है। पकड़े गए दोनों आरोपी चार साल से वांछित थे और पुलिस ने इन पर पांच-पांच हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।

 

बता दे कि वर्ष 2013 में एक टीवी चैनल पर तत्कालीन अपर सचिव गृह जेपी जोशी की एक महिला के साथ अश्लील क्लिपिंग प्रसारित की गई थी। इस मामले में पीड़ित जेपी जोशी ने टीवी चैनल की महिला कर्मचारी सहित अन्य लोगों पर उनकी अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाते हुए थाना वसंत विहार में 22 नवंबर 2013 को मुकदमा दर्ज करवाया था।

 

इसमें नीरज चैहान, अमित गर्ग व पीडि़ता को मुख्य आरोपी बनाया गया था। जांच में पता चला कि आरोपियों ने चैनल के सीनियर साथियों संजय बनर्जी, अवनि सिन्हा और मोहम्मद आरिफ के निर्देश पर अश्लील क्लिपिंग तैयार की थी। इसके बाद तत्कालीन अपर सचिव सुमन सिंह वल्दिया और साईनी मेख का भी नाम इस मामले में सामने आया।

 

वल्दिया पर उक्त लोगों को सीडी बनाने के लिए प्रेरित करने, जबकि साईनी मेख पर वीडियों की सीडी बनाने का आरोप लगा। जांच के बाद पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन मोहम्मद आरिफ और अवनि कुमार फरार चल रहे थे।

 

एसपी सिटी प्रदीप राय ने बताया कि इनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही थी। इसके लिए एएसपी लोकेश्वर सिंह, थाना प्रभारी वसंत विहार संजय मिश्रा और एसओजी प्रभारी पीडी भट्ट के नेतृत्व में टीम बनाई गई।

 

टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि इनामी वांछित अवनि सिन्हा दून में अपने केस की पैरवी के लिए कोर्ट आया हुआ है। जिस पर पुलिस टीम कोर्ट पहुंची, लेकिन टीम के पहुंचने से पहले ही वह आइएसबीटी के लिए रवाना हो गया। इसके बाद पुलिस उसकी लोकेशन ट्रेस करते हुए उसके पीछे दिल्ली तक पहुंच गई।

 

जहां अक्षरधाम मंदिर मेट्रो स्टेशन के बाहर खड़ी कार से आरिफ और अवनि को दबोच लिया गया। पूछताछ में आरोपियों ने अपनी पहचान मोहम्मद आरिफ निवासी श्री एक्सटेशन रमेश पार्क लक्ष्मी नगर दिल्ली हाल निवासी सेक्टर 14 नोएडा उत्तर प्रदेश और अवनि सिन्हा निवासी सेक्टर पांच द्वारका दिल्ली के रूप में हुई है।

 

क्या था मामला, जरूर पढ़े
दून के एक मीडिया हाउस की महिला कर्मचारी ने थाना पांडवनगर दिल्ली में 22 नवंबर 2013 को तत्कालीन उत्तराखंड अपर सचिव गृह जेपी जोशी के खिलाफ नौकरी दिलवाने का झांसा देकर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करवाया। आरोप लगाया कि जेपी जोशी की ओर से उनकी क्लिपिंग भी बनाई गई है।

 

इसी दौरान यह क्लिपिंग एक न्यूज चैनल पर प्रसारित होने लगी। जिसमें पीड़िता और आरोपी आपत्तिजनक स्थिति में थे। घटनास्थल उत्तराखंड का होने के कारण यह मामला थाना कोतवाली नगर में ट्रांसफर कर दिया गया। इसके बाद आरोपी जेपी जोशी ने भी 22 नवंबर 2013 को ही थाना वसंत विहार में महिला मीडियाकर्मी व उसके साथियों के खिलाफ ब्लैकमेल करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करवा दिया।

 

आरोप लगाया कि आरोपियों ने नैनीताल के एक होटल में उनकी अश्लील क्लिपिंग तैयार की और इसकी एवज में उन्हें फोन कॉल व एसएमएस के जरिये ब्लैकमेल करते हुए बड़ी रकम की मांग की। जांच में भी इस बात की पुष्टि हुई कि आरोपियों ने सुनियोजित षडयंत्र के तहत जेपी जोशी को फंसाया है।

 

इसके बाद छह दिसंबर 2013 को आरोपी नीरज चैहान, 12 दिसंबर 2013 को आरोपी सुमन सिंह वल्दिया, 14 दिसंबर 2013 को साईनी मेख व अमित गर्ग को देहरादून से गिरफ्तार कर लिया। जबकि 22 दिसंबर 2013 को आरोपी संजय बनर्जी को गाजियाबाद से गिरफ्तार किया गया। मामले में महिला मीडियाकर्मी को भी गिरफ्तार किया गया। फिलहाल सभी जमानत पर रिहा हैं।

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