डेंगू से हड़कंप, एक दिन में आ रहे पचास मरीज

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देहरादून। संवाददाता। बीते दो माह से जिस डेंगू बुखार से निपटने की तैयारियों के स्वास्थ्य विभाग द्वारा बड़े बड़े दावे किये जा रहे है उस डेंगू का डंक अब उस घातक स्थिति तक पहुंच गया है कि उसे लेकर चारों ओर हड़कंप मचा हुआ है। एक एक दिन में 50-50 नये मरीजों के आने से स्वास्थ्य महकमें के अधिकारियों के हाथ पांव फूल चुके है। स्थिति इतना भयानक रूप ले चुकी है कि राजधानी के सरकारी व निजी अस्पताल डेंगू के मरीजों से भर चुके है और नये डेंगू पीड़ितों को अस्पतालों में भर्ती नहीं किया जा रहा है। क्योंकि बैड खाली नहीं है।

अकेले राजधानी दून में अब डेंगू के मरीजों की संख्या का आंकड़ा पांच सौ के पार पहुंच चुका है। अभी एक सप्ताह पहले तक यह आंकड़ा ढाई सौ के आस पास था लेकिन अब हर रोज औसतन 40 से 50 नये मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो रही है और आंकड़ा भी कुलांचे भर रहा है। डेंगू के इस प्रलयंकारी रूप को देख कर अब स्वास्थ्य महकमें के अधिकारियों में जहां हड़कंप मचा हुआ है वहीं डाक्टर परेशान है। कि वह एक समय में कितने मरीजों को संभाल सकते है। दून अस्पताल में डेंगू पीड़ितों के लिए दो वार्ड बनाये गये थे। जिनमें 40 बैड का इंतजाम था ऐसी स्थिति में यह साफ समझा जा सकता है कि जब एक ही दिन में 50 नये मरीज अस्पताल पहुंचेगे तो क्या हाल होगा।

यह आंकड़ा तो सरकारी है गैर सरकारी आंकड़ों के अनुसार दून में डेंगू पीड़ित लोगों की संख्या हजार से भी ऊपर बतायी जा रही है। राजधानी दून के सभी सरकारी और निजी अस्पताल फुल हो चुके है। पीड़ितों को अपने मरीजों को भर्ती कराने के लिए एक अस्पताल से दूसरे अस्पतालों के चक्कर काटने पड़ रहे है। फिर भी उन्हे कहीं बैड उपलब्ध नहीं हो पा रहा है जिस तेजी से डेंगू का प्रकोप राजधानी में पैर पसार रहा है अगर उसकी गति यही रही तो आने वाले कुछ ही दिनों में बिना इलाज के डेंगू पीड़ित मरने लगेंगे।

जहां तक डेंगू के डंक को रोकने की बात है तो इस मामले में स्वास्थ्य महकमा सिर्फ खानापूर्ति ही कर रहा है। नगर निगम द्वारा पार्षदों को फांगिग मशीने देकर उनके कंधो पर जिम्मेदारी डालकर अपना पल्ला झाड़ लिया गया है।

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