देहरादून। संवाददाता। नई दिल्ली में क्षेत्रीय रेलवे उपभोक्ता परामर्श दात्री समिति, 2018-2020 की 125 वीं बैठक में सदस्यों द्वारा प्रतिभाग किया गया व उन्होने इस मौके पर उत्तराखंड में रेलवे के संदर्भ में चारधाम रेल परियोजनाए, मसूरी तक रेल लाइन, हरिद्वार से देहरादून तक डबल ट्रेक की मांग, देहरादून रेलवे स्टेशन के विस्तारीकरण व आधुनिकीकरण, देहरादून से विकासनगर तक रेल लाइन व ऋषिकेष कर्णप्रयाग रेल लाइन के संदर्भ में सुझाव दिए गये। साथ ही रेल मन्त्री पीयूष गोयल को भी उत्तराखंड में रेल विकास के संदर्भ में सुझाव दिये गये।
उत्तरी रेलवे उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति के सदस्य लोकेन्द्र सिंह बिष्ट द्वारा बताया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड को आल वेदर रोड के साथ साथ चारधाम रेल परियोजना की सौगात दी है। उन्होने बताया कि इस परियोजना की लंबाई 327 किमी होगी और इसपर करीब 43 हजार करोड़ का खर्चा आने का अनुमान है। इसमें 21 नए स्टेशन बनेंगे। 61 सुरंगों और 59 पुलों का निर्माण होगा। रेल परियोजना का कुल 279 किमी हिस्सा टनल से होकर गुजरेगा।
इस परियोजना के तहत गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ धाम को रेल यातायात से जोड़ने को लेकर युद्धस्तर पर कार्यवाही चल रही है। इस परियोजना को निर्माणाधीन ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेललाइन का विस्तार भी कह सकते हैं। उन्होने कहा कि विश्वप्रसिद्ध चारधाम समुद्रतल से 3000 मीटर से ज्यादा की ऊंचाई पर स्थित हैं। उत्तराखंड में स्थित चारधाम अलगकृअलग ऊंचाई और स्थानों पर हैं।
हर साल कपाट खुलने पर बड़ी संख्या में तीर्थयात्री यहां आते हैं। यमुना नदी का उदगम स्थान यमुनोत्री समुद्र की सतह से 3293 मीटर की ऊंचाई पर है। वहीं गंगा नदी का उदगम स्थल गंगोत्री धाम की समुद्र की सतह से ऊंचाई 3110 मीटर है। इसी तरह प्रसिद्ध धार्मिक स्थल और भीषण आपदा झेल चुका केदारनाथ धाम समुद्र की सतह से 3583 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। जबकि बदरीनाथ धाम की ऊंचाई समुद्र की सतह से 3133 मीटर है। उन्होने कहा कि केंद्र सरकार का मकसद चारों धाम के नजदीक के मुख्य स्टेशनों तक रेल पहुंचाने की योजना है।
जैसे बदरीनाथ के लिए जोशीमठ, केदारनाथ के लिए सोनप्रयाग तक रेल पहुंचाने की तैयारी है। इसी तरह गंगोत्री और यमुनोत्री में भी नजदीक मुख्य पड़ाव मनेरी तक रेल पहुंचाने की कवायद जारी है। डोईवाला से गंगोत्री धाम को जोड़ने की योजना मनेरी तक कि है। शुरुआती सर्वे के आधार पर रेल विकास निगम ने चारधाम को रेल मार्ग से जोड़ने के लिए दो बिंदु सुझाए हैं। इसमें पहला है देहरादून का डोईवाला रेलवे स्टेशन और दूसरा है प्रस्तावित कर्णप्रयाग रेलवे स्टेशन। इसमें से कर्णप्रयाग रेल लाइन फिलहाल निर्माणाधीन है। डोईवाला रेलवे स्टेशन को भी अभी विस्तार की जरूरत है।