देहरादून। संवाददाता। केन्द्र सरकार द्वारा बीते कल लिए गये बैंकों के विलय के निर्णय के खिलाफ आज बैंककर्मियों ने काली पट्टियां बांध कर काम किया। सरकार के इस निर्णय के बारे में यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन के राज्य संयोजक जगमोहन मेंहदी रत्ता का कहना है कि सरकार का यह निर्णय बैंकिंग व्यवस्था को कमजोर करने वाला है। उन्होने कहा कि बैंक यूनियनों द्वारा पहले भी इस तरह के निर्णयों का विरोध किया जाता रहा है। उनका कहना है कि अभी राष्ट्रीय यूनियन इस पर क्या रूख अख्तियार करती है उसके अनुसार ही वह अपनी अगली रणनीति बनायेंगे। उधर उत्तराखण्ड यूनियन बैंक इम्पलाइज के पदाधिकारियों का कहना है कि वह किसी भी हद तक जाकर सरकार के इस निर्णय का विरोध करेंगे।
बैंक कर्मचारियों में सरकार के इस निर्णय को लेकर सिर्फ अपने हित प्रभावित होने की ही चिंता नहीं है बल्कि बैंकिंग सिस्टम के प्रभावित होने का डर भी है। भले ही केन्द्रीय वित्त मंत्री द्वारा इस बात का भरोसा दिलाया गया है कि न तो कर्मचारियों की छंटनी होगी और न उन्हे मिलने वाले वेतन भत्तों पर इस विलय की प्रक्रिया से कोई प्रभाव पड़ेगा। लेकिन बैंक कर्मचारी इसके दूरगामी प्रभावों को लेकर इस निर्णय का विरोध कर रहे है। वह आज शाम छुट्टी के बाद प्रदर्शन भी करेंगे।