देहरादून। संवाददाता। उत्तराखण्ड आंदोलन के अग्रणीय नेता व पूर्व विधायक तथा उत्तराखण्ड संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष रणजीत सिंह वर्मा का आज निधन हो गया। वह लम्बे समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन का समाचार मिलने पर राजनीतिक क्षेत्र में शोक का माहौल है। उनके निकट सहयोगी रहे तमाम लोगों ने उनके निधन पर शोक जताया है।
पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने उन्हे एक जझारू और कर्मठ नेता बताते हुए कहा कि स्व. वर्मा का राज्य आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंनेे कहा कि वर्माजी के बैकुंठ वास से राज्य की राजनीति में नैतिक मूल्यों, सरोकारों और निष्ठा की राजनीति करने वाली ताकतों को आघात लगा है। राज्य बनने के बाद वे किसी भी दल में जाते तो मंत्री, मुख्यमंत्री कुछ भी बन सकते थे, लेकिन अनेकानेक आग्रहों के बावजूद वे टस से मस नहीं हुये। उनका अंतिम संस्कार कल लख्खीबाग शमशान घाट स्थल पर किया जायेगा।