देहरादून। संवाददाता। राजधानी के प्रमुख मार्गो पर ई रिक्शा को नो एंट्री के निर्णय से नाराज ई रिक्शा चालकों द्वारा आज सचिवालय पर जोर दार प्रदर्शन किया गया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गयी। ई रिक्शा चालकों में सरकार द्वारा राजधानी के प्रमुख सात मार्गो पर दिन में ई रिक्शा संचालन पर लगाये गये प्रतिबन्ध को लेकर भारी गुस्सा है। ई रिक्शा संचालकोें का आरोप है कि सरकार केे इस निर्णय से हजारों लोेगों की रोजी रोटी चली गयी और उनके परिजनों के सामने भारी आर्थिक तंगी पैदा हो गयी है। अपनी जमापूंजी रिक्शा खरीद में खर्च कर चुके यह ई रिक्शा चालक अब कैसे बैंकों की किस्त चुकायेंगे। इस मुद्दे पर सोचने के लिए सत्ता में बैठे लोग तैयार नहीं है।
आज सुबह बड़ी संख्या में यह ई रिक्शा चालक स्थानीय परेड ग्रांउड में अपने अपने ई रिक्शा के साथ पहुंचे। जहंा उनकी एक आम सभा हुई इसके बाद एक रैली की शक्ल में इन हजारों ई रिक्शा चालकों ने सचिवालय कूच किया। इस दौरान पुलिस मुख्यालय पर बैरिकैटिंग लगाकर इन्हे रोका गया। जहंा ई रिक्शा चालकों की पुलिस से नोंक झोंक भी हुई। सचिवालय जाने पर अमादा ई रिक्शा चालकों ने सड़क पर बैठ कर सरकार के खिलाफ जोर दार नारेबाजी और प्रदर्शन किया। उनकी मांग है कि राजधानी की सभी सड़कों पर ई रिक्शा संचालन से प्रतिबंध हटाया जाये।
यहंा यह उल्लेखनीय है कि दो साल पूर्व शहर में ई रिक्शा संचालन शुरू हुआ था जिसमें तेजी से वृद्धि हुई है वर्तमान समय में पंजीकृत ढाई हजार ई रिक्शा सहित चार हजार से अधिक ई रिक्शा का संचालन हो रहा है। जिससे शहर की यातायात व्यवस्था प्रभावित हो रही है। ई रिक्शा के कारण बाधित यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाये जाने के लिए बीते माह अंतिम सप्ताह में सरकार द्वारा हाईवे सहित सात प्रमुख मार्गो पर सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक ई रिक्शा के संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। जिसके विरोध ई रिक्शा संचालक तभी से कर रहे है।