देहरादून। संवाददाता। प्रदेश भयंकर डेंगू की चपेट में है लेकिन सूबे के मुखिया, जिनके पास चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री का प्रभार भी है, हिलटॉप व भांग की खेती के फेर में व्यस्त है। बड़े दुर्भाग्य की बात है कि प्रदेश में अब तक दर्जनों लोग इसका शिकार होकर असमय मौत के आगोश में समा चुके हैं तथा सैकड़ों लोग इस बीमारी (महामारी)से जूझ रहे है। डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है आखिर इसका जिम्मेंदार कौन है। यह बड़ा सवाल है।
मोर्चा कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए यह बात आज जनसंघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कही। उन्होने कहा कि सूत्र बताते हैं की यह आंकड़ा 1000 से ऊपर पहुंच चुका है लेकिन सरकार अपनी फजीहत के डर से आंकड़े सार्वजनिक नहीं कर रही है उन्होने कहा कि सूत्रों का कहना हैं कि इस बीमारी की रोकथाम हेतु प्रतिवर्ष करोड़ों का बजट भी आता है, लेकिन उसका कोई अताकृपता नहीं होता।
नेगी ने कहा कि डेंगू जैसी बीमारी की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा पूर्व में ही व्यवस्थाएं की जानी चाहिए थी, लेकिन सरकार के इंतजामात, व्यवस्थाएं नाकाफी रही, जिसका खामियाजा प्रदेश की जनता ने अपने प्राणों की बलि देकर चुकाई। नेगी ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री इतनी मौतों के बाद भी बेसुध पड़े हैं तथा जो पीड़ित लोग अस्पतालों में र्भर्ती हैं उनके लिए कोई ठोस कार्य योजना सरकार के पास नहीं है। पत्रकार वार्ता में मोर्चा महासचिव आकाश पवार, दिलबाग सिंह, विजय राम शर्मा, फरहाद आलम, अशोक गर्ग, प्रवीण शर्मा पिन्नी आदि लोग मौजूद रहे।