ग्रामसभा खदरी की पूर्व प्रधान की जगह लड़ेगी उनकी बेटी

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ऋषिकेश। संवाददाता। राज्य निर्वाचन आयोग के पूर्व ग्राम प्रधान सुनीता रावत को अयोग्य घोषित किए जाने के बाद अब उनकी बेटी ने चुनाव मैदान में उतरने का फैसला लिया है। गुरुवार को इस संबंध में समर्थकों के साथ बैठक कर उन्होंने अपनी दावेदारी की घोषणा की।

उल्लेखनीय है कि ग्रामसभा खदरी खड़कमाफ की पूर्व प्रधान सुनीता रावत को राज्य निर्वाचन आयोग में तय समयावधि के भीतर चुनाव खर्च का ब्योरा न देने पर आयोग्य घोषित कर दिया था। पूर्व प्रधान सुनीता रावत ने राज्य निर्वाचन आयोग को उच्च न्यायालय में चुनौती दी। जिसके बाद उच्च न्यायालय ने निर्वाचन आयोग को उनका पक्ष सुनने और कानूनी तरीके से आयोग्य घोषित करने के आदेश दिए थे।

पक्ष सुनने के बाद निर्वाचन आयोग ने सुनीता रावत को लेकर लिया अपना पूर्व निर्णय जारी रखा। जिससे वह प्रधान पद की दौड़ से बाहर हो गई है। मगर, गुरुवार को उन्होंने ग्रामीणों व अपने समर्थकों के साथ बैठक कर अपनी पुत्री दीपिका रावत को प्रधान पद का प्रत्याशी बनाने की घोषणा कर दी। खदरी-खड़कमाफ में आयोजित बैठक में दीपिका ने क्षेत्र के विकास का भरोसा दिया।

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