देहरादून। संवाददाता। सूबे की राजधानी में जहरीली शराब का कहर अभी जारी है। बीते कल तक 6 लोगों की मौत के बाद आज एक और की मौत की खबर आ रही है। जिससे अब मरने वालों की संख्या बढ़कर सात हो गयी है वहीं जहरीली शराब के सेवन से बीमार एक और व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उधर इस मामले में भाजपा नेताओं की संलिप्तता और पुलिस व आबकारी विभाग की संाठ गांठ से शराब का अवैध धंधा चलाये जाने के चलते शासन प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है।
शासन प्रशासन की नाक के नीचे चल रहे इस अवैध शराब के धंधे को लेकर क्षेत्रवासियों का आरोप है कि क्षेत्र में बीते कई सालों से पूर्व भाजपा पार्षद द्वारा अवैध शराब का धंधा चलाया जा रहा था। जिसे भाजपा के कई बड़े नेताओं, विधायकों का संरक्षण प्राप्त था। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि जिन लोगों को पुलिस ने पकड़ा है वह तो छोटी मछलियंा है बड़ी मछलियों के खिलाफ कार्यवाही क्यों नहीं की जा रही है। मौके पर पहुंचे भाजपा विधायक गणेश जोशी ने कहा कि उन्हे इसकी शिकायत मिली थी तथा उन्होेने मुख्यमंत्री को भी इससे अवगत कराया था, साथ ही उन्होने कहा कि नेता चाहे किसी भी पार्टी का हो और चाहे उसका रसूख कितने भी बड़े लोगों से हो उसके खिलाफ कठोर कार्यवाही होनी चाहिए। उधर भाजपा नेत्री बबीता सहोत्रा ने पूर्व पार्षद पर शराब तस्करी का आरोप लगाते हुए कहा कि वह पहले कांग्रेस में था और अब भाजपा में है तथा उसके धंधे की जानकारी भी सभी को थी। घटना के बाद से पूर्व पार्षद फरार बताया जा रहा है।
क्षेत्रवासियों का कहना है कि क्षेत्र में अवैध शराब के धंधे की शिकायत उनके द्वारा कई बार की गयी थी लेकिन पुलिस व आबकारी विभाग की संाठ गांठ के कारण कभी धंधेबाजों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गयी। पुलिस भी आती थी और अपना हिस्सा वसूल कर चली जाती थी। भाजपा नेताओं की इस मामले में संलिप्तता और नाम उजागर होने के बाद भाजपा में हड़कंप मचा हुआ है। पार्टी की छवि बचाने के लिए देर सवेर उन नेताओं पर पार्टी स्तर पर तथा पुलिस प्रशासन द्वारा बड़ी कार्यवाही किये जाने के संकेत भी दिये जा रहे है। अब देखना यह है कि क्या कार्यवाही की जाती है। भाजपा नेताओं की सििंलप्तता और उनके संरक्षण पर सफाई देते हुए डा. देवेन्द्र भसीन ने कहा है कि भाजपा नेताओं का इससे कोई लेना देना नहीं है। पुलिस जांच कर रही है जो भी दोषी होगा बख्शा नहीं जायेगा।