पुलिस के अनुसार अमित कुमार शर्मा दून कंसल्टेंसी फर्म चलाते हैं। यह फर्म विभिन्न बैंकों के लिए रिकवरी का काम करती है, जिसमें बैंक ऑफ बड़ौदा भी शामिल है। कुछ दिन पहले रिकवरी के बदले बैंक ने 19 और 20 सितंबर को फर्म को आठ लाख रुपये का पेमेंट किया। इसके बाद बैंक ऑफ बड़ौदा के क्षेत्रीय कार्यालय में तैनात रिकवरी सेल के मैनेजर जुनैद खान ने अमित से कहा कि वह उन्हें पचास फीसदी कमीशन नहीं देगा तो आगे से उसे रिकवरी का काम नहीं मिलेगा।
देहरादून : बैंक ऑफ बड़ौदा के एक घुसखोर सीनियर मैनेजर (रिकवरी) जुनैद खान को सीबीआई ने 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने बैंक परिसर के बजाए एस्ले हाल के पास बाजार में रिश्वत की रकम पकड़ी थी। सीबीआई की टीम देर रात तक आरोपी के आईएसबीटी स्थित आवास की तलाशी में जुटी थी।
पुलिस के अनुसार अमित कुमार शर्मा दून कंसल्टेंसी फर्म चलाते हैं। यह फर्म विभिन्न बैंकों के लिए रिकवरी का काम करती है, जिसमें बैंक ऑफ बड़ौदा भी शामिल है। कुछ दिन पहले रिकवरी के बदले बैंक ने 19 और 20 सितंबर को फर्म को आठ लाख रुपये का पेमेंट किया। इसके बाद बैंक ऑफ बड़ौदा के क्षेत्रीय कार्यालय में तैनात रिकवरी सेल के मैनेजर जुनैद खान ने अमित से कहा कि वह उन्हें पचास फीसदी कमीशन नहीं देगा तो आगे से उसे रिकवरी का काम नहीं मिलेगा।
जुनैद ने कहा कि पचास हजार रुपये अभी दे दो, बाकी रकम बाद में ले लेगा। पचास हजार रुपये पर सहमति बनने के बाद शनिवार को जुनैद ने अमित को एस्ले हाल चौक पर बुलाया। मगर रिश्वत देने से पहले उसने सीबीआइ को पूरा प्रकरण बता दिया। सीबीआइ ने ट्रैप टीम तैयार की और एस्ले हाल चौक के पास जैसे ही जुनैद ने रकम हाथ में ली, सादे कपड़ों में आसपास तैनात सीबीआइ के इंस्पेक्टर प्रशांत कांडपाल और नवनीत मिश्रा ने उसे दबोच लिया। एसपी सीबीआइ अखिल कौशिक ने बताया कि जुनैद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उसे आज (रविवार को) कोर्ट में पेश किया जाएगा।
जुनैद से सीबीआइ मुख्यालय में पूछताछ की जा रही है। इसके साथ इंस्पेक्टर सुनील लखेड़ा, मनींद्र चौधरी व एसएस मयाल की टीम ने देर शाम आइएसबीटी के पास स्थित उसके घर पहुंची, जहां उसके घर की सघन तलाशी ली गई। सूत्रों की मानें तो सीबीआइ ने यहां चल-अचल संपत्तियों से जुड़े कई दस्तावेज कब्जे में लिए हैं। सीबीआइ उसकी आय और परिसंपत्तियों का भी मिलान करने में जुटी है।