देहरादून। संवाददाता। सात सूत्रीय मांगों न पूरी होने की वजह से तेल कंपनियों के संचालक आक्रोशित दिख रहे हैं। जिसकों लेकर उन्हांेने केंद्र सरकार और तेल कंपनियों द्वारा मांग न स्वीकार किए जाने के विरोध में 13 अक्टूबर रात 12 बजे तक हड़ताल का एलान किया है। इसलिए सभी वाहन चालक आज ही अपने वाहनों की टंकी फुल कर लें।
यूनाइटेड पेट्रोलियम फ्रंट के आह्वान पर उत्तराखंड की पेट्रोल पंप एसोसिएशन ने यह फैसला लिया है। इसके बाद भी मांगों पर विचार न होने की स्थिति में पंप संचालक 27 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करेंगे।
गढ़वाल मंडल पेट्रोल डीलर वेलफेयर एसोसिएशन की पत्रकार वार्ता में एसोसिएशन के अध्यक्ष अमरकांत गर्ग ने बताया कि यूनाइटेड पेट्रोलियम फ्रंट के साथ उत्तराखंड में भी एसोसिएशन हड़ताल करेगी।
उन्होंने बताया कि एसोसिएशन मार्केटिंग डीसिप्लिन गाइडलाइन में संशोधन, मशीन व ट्रांसपोर्ट के दौरान होने वाले तेल के लॉस के अध्ययन करने की मांग कर रही है।
बताया कि कंपनी स्वतरू कहती है कि पंपों पर जो मशीनें उपलब्ध कराई जा रही हैं उनमें 25 एमएल तक तेल कम हो सकता है, जबकि पंपों को निर्देश दिए हैं कि वे शत-प्रतिशत तेल प्रदान करें।
इसके अलावा एसोसिएशन मांग करती है कि पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाया जाए, जिससे कि एक देश एक दाम की व्यवस्था लागू हो सके।
एसोसिएशन मांगों को लेकर कई बार केंद्र व तेल कंपनियों से वार्ता कर चुकी है, लेकिन हर बार उन्हें सिर्फ आश्वासन देकर वापस भेज दिया जाता है। इसलिए एसोसिएशन ने पहले चरण में एक दिन की हड़ताल रखी है।
यदि इसके बाद भी तेल कंपनियों ने उनकी मांग को अनसुना किया तो एसोसिएशन 27 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करने के चेतावनी दी है।