देहरादून। संवाददाता। बीते साल राजधानी दून में आयोजित इन्वेर्स्टस समिट के नतीजों से उत्साहित उत्तराखण्ड सरकार अब आगामी 27 व 28 सितम्बर को हरिद्वार में एक इंडस्ट्रियल समिट का आयोजन करने जा रही है। इस आशय की जानकारी आज मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा आयोजित एक पत्रकार वार्ता के दौरान दी गयी।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बताया कि उनका पूरा फोकस राज्य में निवेश बढ़ाने पर है। उन्होने कहा कि राज्य में निवेश बढ़ेगा तभी रोजगार के अवसर बढ़ेगें और हमें पलायन जैसी समस्याओं से निपटने का सही रास्ता मिलेगा। उन्होने कहा कि बीते साल आयोजित की गयी इन्वेस्टर्स समिट के अच्छे नतीजे रहे है जिसमें आगे ओैर सुधार आने की उम्मीद है। उन्होने कहा कि राज्य में औघोगिक विकास की खास कर लघु उघोंगों के विकास की अपरमित संभावनाएं है। उघोगों में निवेश को कैसे बढ़ाया जाये? इस औघोगिक समिट का यही उद्देश्य है।
इस दो दिवसीय औघोगिक समिट का आयोजन हरिद्वार में किया जायेगा। उन्होने कहा कि बीते साल हुई इंवेस्टर्स समिट में भी भारतीय औघोगिक परिषद का अहम सहयोग रहा है तथा इस बार भी रहेगा। उन्होने कहा कि राज्य में बीते 11 महीनों में 17 हजार करोड़ का निवेश हुआ है। जिसके कारण 47 हजार बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समिट में उघोग जगत की समस्याओं और नीतिगत विषयों पर चर्चा भी होगी और उनके समाधान का रास्ता भी खोजा जायेगा।
उन्होने बताया कि समिट का उदघाटन 27 को साढ़े नौ बजे होगा। पहले दिन तीन सत्र होगें। जिनका आयोजन स्थल हाईफन ग्रांट होटल होगा। इस अवसर पर एक प्रदर्शनी का भी आयोजन रखा गया है। उघोग सचिव मनीषा पंवार ने इस अवसर पर कहा कि निवेशकों द्वारा जो एमआयू साइन किये जाते है उन पर फालोअप अति आवश्यक है। पत्रकार वार्ता में कबीना मंत्री डा. हरक सिंह सहित तमाम विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे। सीएम ने कहा कि वह कल पत्रकारों से इस बाबत विस्तार से वार्ता करेंगे।