देहरादून। संवाददाता। राजधानी की प्रमुख सड़कों पर ई रिक्शा का संचालन बंद करने के निर्णय के खिलाफ लम्बे समय से आंदोलन कर रहे ई रिक्शा संचालकों ने आज सड़कों पर जम कर हंगामा किया तथा निर्णय वापस लेने पर सामुहिक आत्मदाह की चेतावनी दी।
आरटीओ कार्यालय घेराव के लिए आज भारी संख्या में ई रिक्शा चालक परेड मैदान में जमा हुए जहंा से वह रैली की शक्ल में आरटीओ दफ्तर के लिए निकले। ई रिक्शा संचालकों के प्रदर्शन और आरटीओ घेराव के कार्यक्रम के मद्देनजर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी थी। आरटीओ घेराव के लिए जा रहे इन ई रिक्शा संचालकों को पुलिस द्वारा बैरीकेंटिग लगाकर अभिषेक टावर पर ही रोक दिया गया। जहंा उन्होने जमकर हंगामा काटा।
ई रिक्शा संचालकों का कहना था कि अगर प्रतिबंध ही लगाना था तो सरकार ने पहले ई रिक्शा संचालकों के लिए पहले कोई नीति क्यों नहीं बनाई गयी अब जब गरीब लोग अपनी जमापूंजी खर्च कर चुके है तो उन्हे अब रोजी रोटी कमाने से भी रोका जा रहा है। यहंा यह उल्लेखनीय है कि राजधानी दून में ढाई से तीन हजार के बीच ई रिक्शा संचालित किये जा रहे है। जिनके कारण मुख्य मार्गो पर यातायात बाधित होने से जाम की स्थिति बनी रहती थी। सरकार द्वारा यातायात को सुचारू बनाने के लिए सुबह से शाम तक के लिए राजधानी के प्रमुख मार्गो पर ई रिक्शा का संचालन बंद करा दिया गया है। सरकार के इस निर्णय से ई रिक्शा चालकों के सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है तथा वह इस निर्णय को वापस लेने की मांग कर रहे है।
हालांकि सरकार और परिवहन विभाग द्वारा पहले ही स्पष्ट कर दिया गया है कि वह इस निर्णय को वापस नहीं लेगें। किन्तु कांग्रेस के ई रिक्शा संचालकों केे समर्थन में आने से अब इस मामले ने तूल पकड़ लिया है। आज भी कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना द्वारा ई रिक्शा संचालकों के इस घेराव व प्रदर्शन का नेतृत्व किया गया। ई रिक्शा संचालकों के आंदोलन की खबर पर आरटीओ दिनेश चन्द्र आंदोलन कर्मियों के बीच पहुंचे तथा उनकी मांगों से संबन्धित ज्ञापन लिया। भले ही उन्होने उनकी मांगों पर विचार का भरोसा दिलाया है लेकिन ई रिक्शा चालक इससे संतुष्ट नहीं है तथा उन्होने प्रतिबंध हटाने पर सामूहिक आत्मदाह की चेतावनी दी है।