मुख्यमंत्री के विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) दीपक डिमरी नहीं रहे; कैंसर से पीड़ित थे, देहदान कर गए थे, अंतिम संस्कार नहीं होगा

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दीपक डिमरी ने संघ के वरिष्ठ प्रचारक स्वर्गीय नाना जी देशमुख का अनुसरण कर देह दान का संकल्प लिया था। डिमरी ने अपना पूरा शरीर जौलीग्रांट हिमालयन अस्पताल को दान किया है। जबकि अपनी आंखें महंत इंद्रेश हॉस्पिटल को डोनेट की हैं। दीपक डिमरी कैंसर से पीड़ित थे. प्रबल इच्छाशक्ति और राज्य के प्रति समर्पण के चलते निधन से 14 दिन पहले तक वह मुख्यमंत्री कार्यालय में कार्य कर रहे थे. 

देहरादून (संवाददाता) : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) दीपक डिमरी की मृत्यु हो गई है. दीपक डिमरी पिछले डेढ़ वर्ष से अकिंसर से जुघ रहे थे. लेकिन अल्प आयु में मौत के बाद भी वह ऐसा काम कर गए कि सब लोग उन्हें सलाम कर रहे हैं। दीपक डिमरी ने संघ के वरिष्ठ प्रचारक स्वर्गीय नाना जी देशमुख का अनुसरण कर देह दान का संकल्प लिया था। डिमरी ने अपना पूरा शरीर जौलीग्रांट हिमालयन अस्पताल को दान किया है। जबकि अपनी आंखें महंत इंद्रेश हॉस्पिटल को डोनेट की हैं। दीपक डिमरी कैंसर से पीड़ित थे. प्रबल इच्छाशक्ति और राज्य के प्रति समर्पण के चलते निधन से 14 दिन पहले तक वह मुख्यमंत्री कार्यालय में कार्य कर रहे थे.

दीपक डिमरी मूलरूप से रुद्रप्रयाग जनपद के जखोली विकास खंड के ग्राम सेम भरदार के रहने वाले थे. वह अनेक वर्ष तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक के प्रचारक रहे. लोहाघाट तथा देहरादून में प्रचारक रहे दीपक डिमरी मेजर जनरल भुवन चन्द्र खंडूरी के मुख्यमंत्री बनने पर उनके विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) बने. बाद में रमेश पोखरियाल मुख्यमंत्री बने तो डिमरी उनके भी विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) रहे. वर्तमान में वह मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) के पद पर कार्यरत थे.

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने डिमरी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों के साथ हैं; इस दुःख की घड़ी में मैं स्वर्गीय डिमरी जी के परिवार के साथ खड़ा हूं; ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें . सीएम ने कहा कि दीपक डिमरी मेरी टीम के मेरे वरिष्ठ साथी थे अब हमारे बीच नहीं रहे, उनके असामयिक निधन से स्तब्ध हूं.

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