देहरादून। आज भी लामबगड़ में बदरीनाथ हाईवे बंद पड़ा हुआ है। केदारनाथ में घना कोहरा छाया हुआ है। देहरादून में तड़के से रुक-रुक कर हल्की बारिश का दौर जारी रहा। सुबह करीब नौ बजे देहरादून में झमाझम बारिश शुरू हो गई। वहीं मौसम विभाग ने आज राजधानी दून समेत कई इलाकों में बारिश होने की संभावना जताई है। कई इलाकों में गरज और चमक के साथ तेज बौछारें पड़ सकती हैं। ज्यादातर स्थानों पर बादल छाये रहने का अनुमान है।
रुद्रप्रयाग जनपद में सुबह से छाये बादल हुए हैं। केदारनाथ में कोहरा छाया हुआ है। यमुनोत्रीधाम सहित यमुना घाटी में बारिश थम गई है, लेकिन आसमान में बादल छाए हुए हैं। चमोली जिले में बारिश थम गई है। यहां धूप खिली है। बदरीनाथ धाम और हेमकुंड में धूप खिलने से यात्रियों को ठंड से राहत मिली है। घनसाली क्षेत्र में बादल और धुंध छाई हुई है। उत्तरकाशी में बारिश थम गई है। यहां बादल छाए हुए हैं और ठंड बढ़ गई है। बारिश ने हरिद्वार में राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क की जंगल सफारी ट्रैक को भी क्षतिग्रस्त कर दिया है। कुमाऊं में मां पूर्णागिरी धाम को जाने वाला मार्ग मूसलाधार बारिश से क्षतिग्रस्त हो गया है। जेसीबी मलबे से पटे मार्ग को साफ करने में जुटी है। हल्द्वानी मार्ग में क्वेराली के पास पहाड़ी दरकने से मलबा आ गया है। जिस कारण यहां यातायात बंद हो गया है।
लामबगड़ में फिर बंद हुआ बदरीनाथ हाईवे
बदरीनाथ हाईवे आज सुबह भी लामबगड़ में बंद पड़ा हुआ है। यात्री हाईवे खुलने का इंतजार कर रहे हैं। सोमवार को लामबगड़ में अपराह्न एक बजे तक वाहनों के लिए सुचारु रहा बदरीनाथ हाईवे बोल्डर और मलबा आने से फिर बंद हो गया। यहां रुक-रुककर हो रही बारिश के कारण लामबगड़ चट्टान से लगातार मलबा और बोल्डर हाईवे पर आ रहे हैं। इससे वाहनों की आवाजाही नहीं हो पा रही है।
हाईवे बंद होने से पुलिस प्रशासन ने वाहनों को पांडुकेश्वर, जोशीमठ, गोविंदघाट और बदरीनाथ धाम में रोक लिया गया। सोमवार को बदरीनाथ धाम से लामबगड़ तक वाहन से और यहां करीब एक किलोमीटर पैदल चलने के बाद 300 तीर्थयात्री अपने गंतव्य को रवाना हुए। जबकि, पैदल ही लगभग 250 तीर्थयात्री बदरीनाथ धाम पहुंचे।
बीते रविवार को सिर्फ तीन घंटे खुला रहने के बाद अपराह्न दो बजे लामबगड़ में हाईवे अवरुद्ध हो गया था। सोमवार सुबह आठ बजे एनएच की ओर से हाईवे को जेसीबी की मदद से सुचारु किया गया। इसके बाद यात्रा पड़ावों में रोके गए लगभग एक हजार तीर्थयात्रियों को वाहनों से बदरीनाथ धाम के लिए भेजा गया।
पांच घंटे तक सुचारु रहने के बाद अपराह्न एक बजे फिर चट्टान से मलबा और बोल्डर आने लगे, जिससे हाईवे अवरुद्ध हो गया। देर शाम तक भी हाईवे सुचारु नहीं हो पाया था। इससे तीर्थयात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।