देहरादून। संवाददाता। बीते 11 दिनों से परेड मैदान में धरना प्रदर्शन और आमरण अनशन कर रहे आयुष छात्रों का आंदोलन अब और अधिक उग्र रूप लेता जा रहा है। राज्य के सभी आयुष कालेजों के तीन हजार से अधिक छात्र अब कक्षाओं का बहिष्कार कर सड़कों पर उतर चुके है लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि सरकार अभी भी इन छात्रों की समस्याओ ंपर गौर करने को तैयार नहीं है।
अभी तीन दिन पहले पुलिस द्वारा अनशनकारी छात्रों को जबरन उठाये जाने व उन पर लाठियां चलाये जाने के बाद छात्रों का यह आंदोलन और अधिक उग्र होता जा रहा है। राज्य में सभी 3 सरकारी और 13 निजी कालेजों के छात्रों ने आज से क्लासों का बहिष्कार कर दिया है और अब तीन हजार से अधिक संख्या में यह सभी आयुष छात्र सड़कों पर उतर कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे है। वहीं जबरन उठाये जाने के बाद भी वह परेड ग्रांउड में आमरण अनशन पर डटे हुए है। छात्रों का साफ कहना है कि जब तक बढ़ी हुई फीस का निर्णय वापस नहीं लिया जायेगा और बढ़ी हुई फीस वापस नहीं की जायेगी तब तक उनका आंदोलन समाप्त नहीं होगा।
80 हजार से दो लाख 15 हजार फीस किये जाने के निर्णय के खिलाफ हाईकोर्ट में लड़ाई जीत जाने के बाद भी फीस वृद्धि का निर्णय वापस न लिए जाने से नाराज छात्रों का कहना है कि सरकार के इशारे पर ही प्रशासन और कालेज प्रबन्धन द्वारा उनका उत्पीड़न किया जा रहा है जिसे वह किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे। छात्रों के इस आंदोलन को कांग्रेस सहित तमाम राजनीतिक दल भी समर्थन दे रहे है।