देहरादून। संवाददाता। सूचना के अधिकार के तहत उत्तराखंड चिकित्सा शिक्षा निदेशालय में वित्तीय घोटालों से पर्दा उठाया गया है। निदेशालय से मांगी गई सूचना के तहत पता चला है कि लाखों का घोटाला किया गया है।
लॉ बोर्ड के पदाधिकारियों ने प्रेस वार्ता में मांगी गई आरटीआई रिपोर्ट को सार्वजनिक करते हुए बताया कि विभाग में 18 महीनों के भीतर वाहन तेल का खर्चा 24 लाख रूपए दिखाया गया है। जबकि पालेट पेन प्रति नग 350 रूपए के हिसाब से खरीदा गया है।
साथ ही रिपोर्ट के माध्यम से बताया कि वाटर कूलर भी पचास हजार रूपए में खरीदा गया जिस धनराशि में आसानी से चार वाटर कूलर खरीदे जा सकते हैं। आखिर इस वाटर कूलर में ऐसी क्या खासियत है, इसका जवाब मांगते हुए बोर्ड पदाधिकारियों ने शासन से विभाग में हुए फिजूल खर्ची की जांच की मांग उठाई है।
बोर्ड के उपाध्यक्ष दक्ष राजा ने बताया कि उनका एक शिष्टमंडल इस संबंध में मुख्यमंत्री से भेंट करने गया था और इसकी उचित जांच की मांग भी सीएम के समक्ष रखी गई। उन्होंने कहा कि छोटे स्तर पर विभाग में कई वित्तीय घोटाले की संभावना है।