- कहा कि राज्य की बुनियादी समस्याओं से परिचित हैं। इन समस्याओं को चिन्हित कर उन्हें दूर करना है।
- अगले तीन साल में राज्य अपनी स्थापना के बीस वर्ष पूरा कर लेगा, 2020 तक का लक्ष्य तय करना है।
- कहा की वे स्वास्थ्य, शिक्षा, कौशल विकास, डिजिटल इंडिया सहित विभिन्न विभागों की समीक्षा करेंगे।
देहरादून (संवाददाता) : उत्तराखंड सरकार ने कल एकाएक प्रदेश का मुख्य सचिव बदल दिया। इस फैसले की वजह क्या रही यह नही पता, परन्तु नवनियुक्त मुख्य सचिव ने पदभार ग्रहण करते ही तेज गति के साथ काम करना आरम्भ कर दिया है। उत्पल कुमार सिंह ने शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने अधिकारियों से टीम भावना से कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने एसडीएम रानीखेत से डीएम नैनीताल तक और शासन में विभिन्न महत्वपूर्ण विभागों में अपने उत्तराखंड राज्य में 12 वर्षों के कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा कि वह राज्य की बुनियादी समस्याओं से परिचित हैं। खुले दिमाग से इन समस्याओं को चिन्हित कर उन्हें दूर करना है।
नवनियुक्त मुख्य सचिव ने कहा कि अगले तीन साल में राज्य अपनी स्थापना के बीस वर्ष पूरा कर लेगा। हमें 2020 तक का लक्ष्य तय करना है। उन्होंने अधिकारियों से अपेक्षा की कि लोगों के जीवन की बेहतरी के लिए मिलजुल कर कार्य करना है। इसके साथ ही फ्लैगशिप कार्यक्रमों की गति में और तेजी लानी है। संकल्प से सिद्धि के तहत तय किये गये लक्ष्यों को हासिल करना है।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा, कौशल विकास, डिजिटल इंडिया सहित विभिन्न विभागों की समीक्षा करेंगे। अधिकारी विचार करें कि वे अपने विभाग में कौनकौन नवाचारी(इनोवेटिव) कार्य कर सकते हैं। बैठक में अपर मुख्य सचिव डाॅ.रणवीर सिंह, श्री ओम प्रकाश, प्रमुख सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, श्रीमती मनीषा पंवार, श्री आनंद वर्धन, सचिव श्री अमित नेगी, श्री हरवंश सिंह चुघ, श्री डी सैंथिल पांडियन, श्री आर.मीनाक्षी सुंदरम, श्री अरविंद सिंह ह्यांकी सहित सभी सचिव, अपर सचिव उपस्थित थे।