देहरादून। संवाददाता। सुभारती मेडिकल कालेज में मेडिकल प्रवेश परीक्षा पास करने के बावजूद करीब 150 छात्रों से लाखों की रकम मांगी जा रही है। जबकी परिजनों का कहना है उनके बच्चों ने सरकारी सीट और मैनेजमेंट सीट पर जगह बनाई है। ऐसे में काॅलेज प्रशासन अवैध वसूली का मन बना चुका है। जिसका असर बच्चों के भविष्य पर पढ़ रहा है। छात्र पिछले ढेड महीने से कक्षाओं की शुरूआत भी नहीं कर सके हैं।
जनता दरबार पहुंचे छात्रों के परिजनों ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत प्रेमनगर नंदा की चैकी के समीप सुभारती मेडिकल काॅलेज द्वारा फीस को लेकर मनमानी का आरोप लगाया है। दिल्ली कार्यरत संजय ने बताया कि उनके बेटे द्वारा भी सरकारी सीट मेहनत के बूते हासिल की थी।
वहीं कालेज प्रशासन उनसे 18 लाख रूपयों की मांग कर रहा है। ऐसे में छात्रों की मेहनत को काॅलेज प्रशासन पलीता लगाता नजर आ रहा है। परिजनों का कहना है कि न्याय के लिए वो दर-दर भटक रहे हैं, मगर कालेज द्वारा उत्पन्न इस समस्या से उन्हें निजात मिलती नहीं दिख रही है।