देहरादून। कोविड-19 को देखते हुए डीएम ने रुद्रप्रयाग के विभिन्न गांवों में 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों, गंभीर बीमारियों से ग्रसित एवं गर्भवती महिलाओं की रैंडम सैंपलिंग पांच दिन के अंदर कराने के निर्देश दिए हैं। ताकि बुजुर्गों का कोरोना संक्रमण से बचाव हो सके।
कोरोना मरीजों की संख्या में हो रहे वृद्धि को देखते हुए डीएम वंदना ने किरोडा, मणिगुह, मालखी, भौंसाल, जग्गी कांडई, आगर, बेंजी कांडई, थपलगांव, कोखंडी महड़, क्यूडी, चमेली, रूमसी, इशाला तथा बिजराकोट गांवों के 60 वर्ष से अधिक एवं गर्भवती महिलाओं की रैंडम सैंपलिंग करने के आदेश दिए। मुख्य विकास अधिकारी मनविंदर कौर ने बताया कि डीएम के आदेश पर उक्त गांवों में रहने वाली गर्भवती महिलाओं, 60 वर्ष से अधिक आयु वाले या किसी तरह की गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों की सूची सीएमओ को उपलब्ध करा दी गई है। बताया कि कोरोना प्रभावित गांव बेंजी कांडई में 61 बुजुर्ग लोग, गंभीर बीमार एक और पांच गर्भवती महिलाएं, थपल गांव में 95 लोग बुजुर्ग, गंभीर बीमार 20 लोग बुजुर्ग व पांच गर्भवती महिलाएं हैं।
बेंजी कांडई में एक व्यक्ति गंभीर, पांच गर्भवती महिलाएं व 61 लोग बुजुर्ग, आगर में पांच गर्भवती महिलाएं, 80 लोग बुजुर्ग और नौ लोग गंभीर रूप से बीमार हैं। जग्गी कांडई में आठ गर्भवती महिलाएं, 63 लोग बुजुर्ग व तीन लोग गंभीर बीमार, भौंसाल में 116 लोग बुजुर्ग, 33 लोग गंभीर बीमार व तीन गर्भवती महिलाएं हैं। मालखी में चार गर्भवती महिलाएं व 57 लोग बुजुर्ग, किरोडा में 96 लोग बुजुर्ग व गर्भवती महिलाएं आठ हैं। मणिगुह में 30 लोग बुजुर्ग और पांच गर्भवती महिलाएं हैं।
कोखंडी तलगढ़ में तीन गर्भवती महिलाएं और सात लोग बुजुर्ग, महड़ गांव में चार गर्भवती महिलाएं व 43 व्यक्ति बुजुर्ग, क्यूडी गांव में चार गंभीर बीमार, 812 गर्भवती महिलाएं व 257 बुजुर्ग लोग, चमेली गांव में 45 व्यक्ति बुजुर्ग, आठ गर्भवती महिलाएं, रूमसी में आठ गर्भवती महिलाएं, पांच गंभीर बीमार व 111 लोग बुजुर्ग तथा ग्राम इशाला में 42 बुजुर्ग लोग शामिल हैं। इस सभी की पांच दिन के अंदर रैंडम सैंपलिंग के आदेश सीएमओ को दिए गए हैं।