65 साल की वृद्धा को काउंटर पर खड़ा कर लिखवाई तहरीर, बाहर निकलकर फूट फूटकर रोईं

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एक ओर पुलिसकर्मी बुजुर्गों की परेशानी जानने के लिए घर-घर जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर थाने में पहुंचने वालों की पूछ नहीं हो रही। ऐसा ही मामला सोमवार को हल्द्वानी कोतवाली में दिखा। सीनियर सिटीजन महिला को काउंटर पर खड़ा कर पुलिसकर्मियों ने तहरीर लिखवाई। महिला की शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया गया तो वह फूट-फूट कर रोती रहीं।सोमवार को धर्मपुर बरेली रोड निवासी 65 वर्षीय आशा अग्रवाल कोतवाली में पहुंचीं। उनका कहना था कि वह स्टाम्प विक्रेता हैं। जब वह तीन साल की थीं तब पिता की मौत हो गई। सालों पहले मां का साथ भी छूट गया। इसलिए वह अपनी शादी नहीं कर पाईं। 40 साल तक कोर्ट परिसर में काम करने के बाद वह तहसील में स्टांप बेचकर अपना गुजर बसर करती हैं।

आरोप था कि दो युवक उन्हें लंबे समय से परेशान कर रहे हैं। सोमवार को उन्होंने मारपीट कर दी। वह कोतवाली शिकायत करने पहुंचीं तो उसकी सुनवाई नहीं हुई। शिकायत काउंटर पर खड़े होकर उन्हें तहरीर लिखनी पड़ी। आरोप था कि 23 अप्रैल को भी उनके साथ मारपीट हुई थी। इस मामले में आरोपितों पर केस दर्ज हुआ, लेकिन गिरफ्तारी नहीं हो सकी। कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने बताया कि जिस समय वृद्धा थाने पहुंची मैं किसी मामले में बाहर गया था। यह बात मेरे संज्ञान में नहीं है। वृद्धा को परेशान होना पड़ा इसके लिए मुझे खेद है। इस मामले में जांच कर कार्रवाई की जाएगी। बुजुर्गों की समस्याओं को प्राथमिकता से सुना जाता है।

डीजीपी अशोक कुमार के स्पष्ट निर्देश हैं कि सीनियर सिटीजन काउंटर बनाकर उनकी समस्याओं को प्राथमिकता से सुना जाए। कोतवाली में आने वाले किसी व्यक्ति को परेशान न होना पड़े। उनके इस आदेश को मातहत ही पलीता लगा रहे हैं। सोमवार को यह कोतवाली में भी देखने को भी मिला। बुजुर्ग महिला की व्यथा सुनने को कोई तैयार नहीं था।

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