मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने निजी अस्पतालों से 70 प्रतिशत बेड कोरोना संक्रमितों के लिए आरक्षित करने का आग्रह किया है। गुरुवार को मुख्यमंत्री ने निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों के साथ की समीक्षा बैठक की। बैठक में बताया गया कि स्पोर्ट्स स्टेडियम रायपुर में 1000 बेड का ऑक्सीजन सपोर्ट वाला कोविड केयर सेंटर बनाया जा रहा है।कोरोनेशन में 100 बेड की क्षमता विकसित की जा रही है। जौलीग्रांट अस्पताल में पर्याप्त बेड उपलब्ध हैं, यहां 150 बेड और बढ़ाए जाएंगे। एम्स ऋषिकेश में 400 बेड एक्टीवेट हो जाएंगे। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में 80 आईसीयू बेड हैं। राज्य सरकार इन्हें ऑक्सीजन उपलब्ध कराएगी। कैंट बोर्ड चिकित्सालय में 150 बेड कोविड के लिए आरक्षित कर लिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई जीतने के लिए सभी के संयुक्त प्रयास की जरूरत है। सरकारी और निजी सभी के उपलब्ध संसाधनों का अनुकूलतम उपयोग जरूरी है। मानव संसाधन पर विशेष ध्यान दिया जाए। इस प्रकार प्रबंध किया जाए कि कोविड संक्रमितों के इलाज के दौरान चिकित्सा कर्मियों के खुद संक्रमित होने पर भी व्यवस्था में व्यवधान न आए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ओपीडी के लिए लोगों को ई-संजीवनी पोर्टल का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने निजी अस्पतालों के संचालकों से कहा कि ऑक्सीजन, वेंटीलेटर की आवश्यकता होने पर सरकार को अवगत कराएं। स्पोर्ट्स स्टेडियम, रायपुर में बनाए जा रहे कोविड केयर सेंटर में एमबीबीएस और नर्सिंग के अंतिम वर्ष के छात्रों की सेवाएं ली जा सकती हैं।
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी देहरादून को निजी अस्पतालों में सुरक्षा का ध्यान रखने का निर्देश दिया। कहा कि सामान्य स्थिति वाले कोरोना संक्रमितों को कोविड केयर सेंटर में रखा जाए या होम ट्रीटमेंट किया जाए। सचिव अमित नेगी ने कहा कि निजी अस्पतालों को सरकार पूरा सहयोग कर रही है।
हम इनके लगातार संपर्क में हैं। आने वाले समय की जरूरत को देखते हुए दवाईयों व अन्य उपकरणों, ऑक्सीजन की उपलब्धता का प्रयास किया जा रहा है। बैठक में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, सचिव शैलेश बगोली, प्रभारी सचिव डॉ.पंकज कुमार पांडेय, डीएम आशीष श्रीवास्तव, हिमालयन विश्वविद्यालय, जौलीग्रांट के वीसी डॉ.विजय धस्माना, एम्स ऋषिकेश, सीएमआई, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल आदि के प्रतिनिधि उपस्थित थे।