ऋषिकेश। उत्तराखंड परिवहन महासंघ की आंदोलन संचालन समिति आज हरिद्वार बाईपास मार्ग स्थित सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी कार्यालय ऋषिकेश के बाहर ढोल बजाकर प्रदर्शन करेगी।
रविवार को यात्रा कार्यालय में आयोजित बैठक में आंदोलन संचालन समिति की बैठक में आगामी आंदोलन की रूपरेखा पर चर्चा की गई। समिति के सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि अब पुरजोर तरीके से सरकार को चार धाम यात्रा संचालित करने के लिए कहा जाए। महासंघ के अध्यक्ष सुधीर राय ने कहा कि चार धाम यात्रा उत्तराखंड की रीढ़ है, मई व जून माह में चार धाम यात्रा चरम पर रहती थी। मगर अब यह काल बीत चुका है। यदि अब भी सरकार चार धाम यात्रा का संचालन नहीं करती है तो परिवहन व्यवसायी भुखमरी की कगार पर पहुंच जाएगा। कहा कि सरकार को चाहिए कि सर्वप्रथम चार धाम यात्रा संचालित करें। समिति ने सोमवार को होने वाले आंदोलन की रूपरेखा पर भी चर्चा की। निर्णय लिया गया कि सोमवार को सभी वाहन स्वामी ढोल एवं घंटों के साथ परिवहन कार्यालय में जाकर पूरी ताकत के साथ सरकार को जगाने का प्रयास करेंगे। बैठक में ऑटो विक्रम महासंघ के अध्यक्ष महंत विनय सारस्वत, जीप कमांडर यूनियन के अध्यक्ष बलवीर सिंह नेगी, टिहरी गढ़वाल मोटर्स के पूर्व अध्यक्ष बलवीर सिंह रौतेला, यातायात एवं पर्यटन विकास सहकारी संघ के उपाध्यक्ष नवीन चंद रमोला, रूपकुंड पर्यटन विकास के बालम सिंह मेहरा, गढ़वाल मंडल बहुउद्देशीय के विनोद भट्ट, अध्यक्ष विक्रम यूनियन मुनिकीरेती सुनील कुमार, देवभूमि आटो विक्रम यूनियन के अध्यक्ष आशुतोष शर्मा, मेघ सिंह चौहान, नवीन तिवारी, योगेश उनियाल, रमेश रावत, नीरू कुमार, मदन कोठारी, पंकज वर्मा, हेमंत डंग, जयप्रकाश नारायण, भगवान सिंह राणा आदि उपस्थित थे।
यह हैं परिवहन व्यवसायियों की प्रमुख मांगें
– समस्त यात्री वाहनों का दो वर्ष का कर माफ हो
– 31 मार्च 2020 से पूर्व पंजीकृत समस्त वाहनों की आयु सीमा में दो वर्ष की वृद्धि की जाए
– सरकार द्वारा सरकारी व निजी बैंक एवं गैर बैंकिग वित्तीय संस्थाओं से वार्ता कर वाहन स्वामियों को कम से कम किस्तों में एक वर्ष की मोहलत दिलवाई जाए
– चालक व परिचालकों को राहत राशि के तौर पर कम से कम पांच से दस हजार रुपये सरकार की ओर से आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।