देहरादून। संवाददाता। राज्य में बिजली दरों को बढ़ाने की तैयारी है। सोमवार को ऊर्जा निगम की बोर्ड बैठक में यह फैसला किया गया। प्रस्तावित टैरिफ का प्रस्ताव अब विद्युत नियामक आयोग को भेजा जाएगा। नियामक आयोग इस पर अंतिम फैसला लेगा।
ऊर्जा निगम मुख्यालय में सोमवार को नई बिजली दरों को लेकर हुई बोर्ड बैठक में ऊर्जा निगम प्रबंधन ने कहा कि पावर सप्लाई सिस्टम को सामान्य बनाने में बहुत अधिक खर्च हो रहा है। उस अनुरूप बिजली बिल नहीं मिल पा रही है। बिजली की दरें खर्च की अपेक्षा बहुत कम है। दूसरी ओर यूजेवीएनएल बोर्ड ने 8 फीसदी व पिटकुल बोर्ड ने 5 फीसदी टैरिफ को बढ़ाने की मंजूरी दी। कुल साढ़े 13 प्रतिशत तक बढ़ाने की तैयारी है।
बिजली सभी के लिए महंगी करने का प्रस्ताव
बिजली के दामों में बढ़ोतरी का प्रस्ताव आवासीय, व्यावसायिक, उद्योग समेत सभी वर्गों के लिए है। ऊर्जा निगम प्रबंधन की ओर से अब इस प्रस्ताव को विद्युत नियामक आयोग को भेजा जाएगा। बोर्ड बैठक में सचिव ऊर्जा राधिका झा, अपर सचिव रणवीर सिंह चैहान, एमडी बीसीके मिश्रा आदि मौजूद रहे।
प्रदेश भर में होंगी सुनवाई
ऊर्जा निगम की ओर से बिजली दरों में साढ़े 13 प्रतिशत वृद्धि के प्रस्ताव का नियामक आयोग पहले तकनीकी व वित्तीय आधार पर परीक्षण करेगा। इसके बाद पूरे प्रदेश में कई स्थानों में प्रस्तावित दरों पर आम जनता से आपत्ति व सुझाव लिए जाएंगे। इसके बाद मार्च अंतिम सप्ताह में आयोग की ओर से वर्ष 2018-19 की दरों की घोषणा की जाएगी।
करंट लगने पर मुआवजा दोगुना
करंट लगने से होने वाली मौत पर आश्रितों को अब मुआवजा दोगुना मिलेगा। यूपीसीएल बोर्ड ने मुआवजा दो लाख से बढ़ा कर चार लाख रुपये किए जाने को मंजूरी दी। इस मुआवजे का लाभ यूपीसीएल के उपनल कर्मचारी, स्वयं सहायता समूह के कर्मचारियों समेत आम जनता को भी मिलेगा।
नये सब स्टेशनों को मंजूरी
ऊर्जा निगम बोर्ड बैठक में पॉवर सप्लाई सिस्टम को सुधारने के लिए मोथरोवाला, सिकंदरपुर रुड़की, हरिद्वार सिडकुल सेक्टर पांच, सेक्टर 11, आर्यनगर हरिद्वार, चैरास श्रीनगर में नये सब स्टेशन बनाने का फैसला लिया गया।
माजरा सब स्टेशन पर लोड होगा कम
राजधानी दून के पॉवर सप्लाई सिस्टम को सुधारने के लिए 33 केवी के छह नये फीडर विकसित करने पर भी मुहर लगी। ये छह नये फीडर 220 केवी आईआईपी बिजलीघर से तैयार होंगे। 33 केवी के ये नये फीडर मियांवाला, रिंग रोड, अजबपुर, रायपुर, स्पोर्ट्स कालेज, आईआईपी के लिए विकसित होंगे। इन नये फीडरों से माजरा व पुरुकुल बिजली घर पर लोड कम होगा।