देहरादून (संवाददाता) : विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि दिव्यांग व्यक्तियों ने राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण उपलब्धियां अर्जित की है। यही नही शारीरिक विकलांगता के बावजूद दिव्यांग व्यक्तियों ने समाज में अपना विशेष स्थान बनाया है।
उन्होंने कहा कि दिव्यांग व्यक्तियों को सहानुभूति नही अपितु सहयोग की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि दिव्यांगों के हितों एवं उनको समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। राज्य सरकार द्वारा राज्याधीन सेवाओं, शिक्षण संस्थाओं तथा सार्वजनिक उद्यमों निगमों एवं स्वायत्तशासी संस्थानों में दिव्यांगों के लिए निर्धारित 03 प्रतिशत आरक्षण को बढ़ाकर 04 प्रतिशत करने का निर्णय लिया है।
दिव्यांगों की सुविधा हेतु राज्य में विभिन्न चयन संस्थाओं द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में सम्मिलित होने वाले दिव्यांग अभ्यर्थियों हेतु सुविधा प्रदान किये जाने, परीक्षा केन्द्र बहुमंजिले भवन में होने की स्थिति में दिव्यांग अभ्यर्थियों को भवन के भूतल स्थित कक्ष में ही सीट आवंटित किये जाने एवं परीक्षा केन्द्र जनपद मुख्यालयों में रेलवे स्टेशन अथवा बस स्टेशन के समीप बनाए जाने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है
विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि दिव्यांग व्यक्तियों ने राष्ट्रीय एवं अन्र्तराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण उपलब्धियां अर्जित की है। यही नही शारीरिक अभावों के बावजूद दिव्यांग व्यक्तियों ने समाज में अपना विशेष स्थान बनाया है। उन्होंने कहा कि दिव्यांग व्यक्तियों को सहानुभूति नही अपितु सहयोग की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि दिव्यांगों के हितों एवं उनको समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है।
राज्य सरकार द्वारा राज्याधीन सेवाओं, शिक्षण संस्थाओं तथा सार्वजनिक उद्यमों निगमों एवं स्वायत्तशासी संस्थानों में दिव्यांगों के लिए निर्धारित 03 प्रतिशत आरक्षण को बढ़ाकर 04 प्रतिशत करने का निर्णय लिया है। दिव्यांगों की सुविधा हेतु राज्य में विभिन्न चयन संस्थाओं द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में सम्मिलित होने वाले दिव्यांग अभ्यर्थियों हेतु सुविधा प्रदान किये जाने, परीक्षा केन्द्र बहुमंजिले भवन में होने की स्थिति में दिव्यांग अभ्यर्थियों को भवन के भूतल स्थित कक्ष में ही सीट आवंटित किये जाने एवं परीक्षा केन्द्र जनपद मुख्यालयों में रेलवे स्टेशन अथवा बस स्टेशन के समीप बनाए जाने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है