देहरादून। संवाददाता। पुलिस आधुनिकीकरण के तहत देहरादून में अप्रैल माह से ई-चालान योजना का शुभारंभ होगा। यूं तो इस योजना का दिल्ली और हैदराबाद में ट्रायल हो चुका है, लेकिन इसे लागू नहीं किया गया। ऐसे में अप्रैल के बाद देश में ई-चालान लागू करने वाला पहला शहर देहरादून बन जाएगा। इसके तहत ऑन द स्पॉट चालान के साथ ही अपराध और इसके उल्लंघन पर जुर्माना भी ऑनलाइन ही तय होगा। इसकी सूचना मैसेज से चंद सेकेंड में वाहन स्वामी के रजिस्टर्ड फोन नम्बर पर मिल जाएगी। नम्बर न होने की दशा में चालान गाड़ी खरीदते हुए ऑनलाइन दर्ज घर के पते पर भेजा जाएगा।
ट्रैफिक सुधार के साथ ही भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के लिए पुलिस ने आधुनिकीकरण की दिशा में कदम बढ़ाया है। विदेशों की तर्ज पर यहां भी पुलिस ने ऑन द स्पॉट ई-चालान करने की योजना को स्वीकृति दे दी है। इसकी निविदा की प्रक्रिया में देश भर से आठ कंपनियां हिस्सा ले रही हैं। चुनी जाने वाली सबसे उपयुक्त कंपनी को यह काम दिया जाएगा। जिसके बाद ई-चालान के लिए 120 इलेक्ट्रॉनिक मशीनें खरीदी जाएंगी। साथ ही कंप्यूटर व अन्य उपकरण भी खरीदे जाएंगे। प्रथम चरण में 30 लाख का बजट इस योजना पर खर्च किया जा रहा है। डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी ने भी इस योजना को ट्रैफिक सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण बताया है।
उन्होंने कहा कि चालान की आड़ में लोग पुलिस पर बेवजह आरोप लगाते हैं। इससे काफी हद तक भ्रष्टाचार पर भी नकेल कसी जाएगी। इस योजना के तहत ऑन द स्पॉट चालान के साथ ही पेमेंट की भी सुविधा रहेगी। ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले का ऑन द स्पॉट चालान करने के बाद गाड़ी का नम्बर डालते ही सूचना सामने होगी। इसमें उत्तराखंड ही नहीं, बल्कि देशभर के आरटीओ, पुलिस के सीसीटीएनएस, ट्रैफिक पुलिस का सर्वर एक-दूसरे से जुड़ा रहेगा। नम्बर फीड होते ही उसमें वाहन स्वामी का नाम, पता, मॉडल एवं अन्य जानकारी ई-चालान पर जेनरेट होगी। इसके बाद रजिस्टर्ड फोन नम्बर और पते पर चालान भेजा जाएगा। यहीं नहीं यदि कोई मौके पर चालान का भुगतान करना चाहता है तो इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट से भुगतान किया जा सकेगा।