कुख्यात बदमाश जित्ती रावत ने वेस्ट यूपी के शूटर्स को दून के प्रोपर्टी डीलर की हत्या करने की दी थी सुपारी
देहरादून। संवाददाता। हरिद्वार पुलिस ने दून निवासी प्रोपर्टी डीलर की हत्या की सुपारी लेने वाले दो हत्यारों को हरिद्वार से गिरफ्तार कर लिया है। मामलें में एडीजी लाॅ एंड आॅडर अशोक कुमार ने पुलिस मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुपारी किलर के बारे में जानकारी दी। साथ ही पुलिस टीम को नकद पुरस्कार की घोषणा की है।
उन्होंने बताया कि दून निवासी पंकज प्रोपर्टी डीलर है। जिसकी हत्या करने के लिए वेस्ट यूपी के दो बदमाशों को सुपारी दी गई थी। इस बारे में पुलिस को पहले ही मुखबिर से सूचना मिली। मामलें को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने आरोपियों को ओवर ब्रिज नहर पटरी रूड़की से गिरफ्तार कर लिया है। बदमाशों को दून सिद्धोवाला जेल में बंद जित्ती रावत ने हनुमान गली निवासी पंकज की हत्या करने की सुपारी दी थी। बदमाशों की पहचान मुकीम पुत्र अख्तर निवासी बहादुरपुर खादर, कोतवाली लक्सर, हरिद्वार और नितिन पुत्र सुरेंद्र पाल निवासी फपुंडा, थाना खरखौदा, मेरठ, यूपी के रूप में हुई है।
ये माल हुआ बरामद
पुलिस ने आरोपियों के कब्जें से एक मोटर साईकिल, एक पिस्टल, एक तमंचा, 6 कारतूस बरामद किए हैं। उन्होंने बताया कि वो जित्ती रावत के साथ करीब चार महीन तक दून में ही साथ रहे चुके हैं। उसी के कहने पर उन्होंने 6 नंबर पुलिया के पास हनुमान वाली गली दून निवासी प्रोपर्टी डीलर पंकज को उसके आफिस में उसे मौत के घाट उतारने की योजना बनाई थी। जिसके लिए बदमाशों ने पहले ही रैकी कर ली थी। इसके अलावा उन्होंने जेल में ही बंद बदमाश नितिन जैन ने भी उन्हंे हरिद्वार के जैन नाम के उद्योगपति सहित लंढ़ौर निवासी कल्लू की हत्या करने की भी सुपारी दी थी।
गिरफ्तार नितिन पहले भी सितंबर 2017 में राहुल राठी के कहने पर कनखल निवासी व्यपारी राजकुमार गुप्ता और हरिद्वार घूमने आये अलीगढ़ निवासी राजेंद्र गुप्ता की हत्या करने की योजना बनाने के जुर्म में जेल जा चुका है। जो वर्तमान में जमानत पर रिहा है। दोनों सुपारी किलर को गिरफ्तार करने के बाद मित्र पुलिस ने चैन की संास ली है।
दून निवासी जित्ती रावत का काफी पुराना है आपराधिक इतिहास
दून निवासी जित्ती रातव शहर का कुख्यात बदमाश है। जिस पर चोरी, लूट, ब्लैक मेलिंग सहित हत्या के कई मामलें चल रहे हैं। बता दे कि जित्ती अपने करीब दोस्त ब्बल हत्याकांड के बाद से जेल काट रहा है। साथ ही उस पर और भी कई मामलें हैं। सूत्रों की माने तो आरोपी मोबाइल पर फोन की मदद से जेल में रहते हुए भी अपने गैर कानूनी कामों को अंजाम देते हुए अपराध को अंजाम दे रहा है।
एडीजी ने पुलिस टीम को नकद पुस्कार की घोषण की
दोनों बदमाशों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को एडीजी अशोक कुमार की ओर से पांच हजार रूपयें नकद पुरस्कार की घोषणा की गई है।