देहरादून। ब्योरों। सड़क पर नशे में ड्राइविंग, तेज रफ्तार, मोबाइल पर बात करना, रेड लाइट जंपिंग और ओवर लोडिंग करना वाहन चालकों को भारी पड़ेगा। पकड़े जाने पर उनका लाइसेंस तीन माह के लिए निलंबित कर दिया जाएगा। सीट बेल्ट न बांधने वालों का चालान काटने से पहले उनकी काउंसलिंग की जाएगी। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने देहरादून और नैनीताल में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर नाराजगी जताते हुए दोनों जिलों के अधिकारियों को फटकार लगाई और एक माह के भीतर इनमें कमी लाने के निर्देश दिए।
मंगलवार को सचिवालय में सड़क सुरक्षा अनुश्रवण समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य सचिव ने सुप्रीम कोर्ट के निर्णयों के क्रम में वर्ष 2020 तक दुर्घटनाओं को कम करने के संबंध में चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश की 80 फीसद दुर्घटनाएं देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर व नैनीताल में होती हैं। इस पर रोक लगाने के लिए प्रवर्तन कार्यों में तेजी लाए जाए। इसके साथ ही जिलाधिकारी भी जिला सुरक्षा समिति की बैठक हर माह करें।
उन्होंने प्रदेश में चिह्नित 124 ब्लैक स्पॉट में दुर्घटनाओं के कारणों का पता लगाने के लिए 31 मार्च से पहले ऑडिट कराने के साथ ही इनकी डीपीआर बनाकर इन्हें दुरुस्त करने के निर्देश दिए। प्रदेश में दुर्घटनाओं की समीक्षा करते हुए मुख्य सचिव ने देहरादून व नैनीताल में दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या पर नाराजगी जताते हुए इनमें कमी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन, पुलिस, परिवहन विभाग और लोक निर्माण विभाग आपसी समन्वय बनाकर प्रभावी रोक लगाए। उन्होंने परिवहन विभाग को 15 जनवरी से पहले रोड सेफ्टी ऑडिटर की नियुक्ति करने के भी निर्देश दिए।
बैठक में डीजीपी अनिल रतूड़ी, प्रमुख सचिव गृह आनंद वर्द्धन, सचिव परिवहन डी सेंथिल पांडियन व सचिव शिक्षा भूपिंदर कौर औलख समेत समिति के सदस्य उपस्थित थे।