ऋषिकेश (देहरादून) : मानसिक रूप से कमजोर एक युवक देहरादून मार्ग पर रात भर दर्द से तड़पता रहा। सर्द हवा में खुले आसमान के नीचे उसने पूरी रात वितायी। लेकिन किसी भी राहगीर ने उसे अस्पताल में भर्ती नहीं कराया। शुक्रवार की सुबह कई लोग उस मार्ग से गुजरे लेकिन किसी को भी उस पर दया नहीं आई। सुबह जब एक पत्रकार की नजर उस पर पड़ी तो उन्होने तत्त्काल राजकीय चिकित्सालय में उक्त व्यक्ति को भर्ती कराया। जिसके बाद चिकित्सकों ने उसको भर्ती कर उसका उपचार शुरू कर दिया।
बताया जा रहा है कि 15 दिसम्बर को दिलीप (25) पुत्र शिवचरण निवासी लालढांग हरिद्वार को पैर में चोट लगने के बाद इलाज के लिए सरकारी चिकित्सालय ऋषिकेश लाया गया। जिसके बाद युवक को भर्ती कर दिया गया। उपचार के दौरान युवक को नहाने के लिए मौजूदा स्टाफ के साथ भेजा गया। लेकिन युवक स्टाफ की लापरवाही के चलते अस्पताल से गायब हो गया।
वह रातभर देहरादून रोड स्थित जीजीआईसी स्कूल के बाहर ठण्ड से ठिठुरता रहा। लेकिन किसी ने भी उसकी सुध नही ली और न ही गायब हुए इस मरीज को ढूंढने का प्रयास किया। जबकि उक्त स्थान पर पुलिस के जवान भी तैनात रहते हैं। कोतवाली भी वहां से मात्र 50 मीटर की दूरी पर स्थित है। सुबह एक महिला होमगार्ड ने उसकी सुध लेकर उसे खाना खिलाया।