देहरादून : शिक्षा विभाग के मिनिस्ट्रियल कर्मचारियों ने शनिवार को प्रदेशभर में पेन डाउन करते हुए अपने-अपने कार्यालयों पर धरना दिया। कर्मचारियों ने 1 जनवरी से प्रस्तावित अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए पूरा मन बना रखा है। संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष रघुबीर सिंह बिष्ट ने कहा है कि विभाग में डीपीसी करने के बाद प्रोन्नति नहीं की गयी।
इसकी वजह से जहां 31 दिसंबर को रिटायर हो रहे कर्मचारियों को भारी आर्थिक क्षति पहुंचेगी, वहीं जुलाई में सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों को भी नुकसान होगा। शनिवार को महानिदेशालय, निदेशालय, सीईओ कार्यालय, सीमैट, एससीईआरटी सहित अपर निदेशकों के दोनों मंडलीय कार्यालयों के साथ ही रामनगर बोर्ड कार्यालय व अन्य सभी कार्यालयों में बाबुओं ने पेनडाउन रखा। कर्मचारियों में इस बात को लेकर खासा गुस्सा देखा गया कि 28 दिसंबर तक सूची जारी करने की बात कही गयी थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
महानिदेशालय व निदेशालय में चले धरने में प्राांतीय अध्यक्ष रघुबीर सिंहं बिष्ट, महामंत्री वीरेन्द्र सिंह गुसाई, सीमा यादव, हेमलता, इंदू भूषण सकलानी, उषा चमोली, शोएबा, रेनु कुकरेती, सुमन, तनवीर, प्रियंका बिष्ट, दीपशिखा नेगी, अमित रावत सहित सैकड़ों कर्मचारी धरने पर बैठे।रामनगर। उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद मुख्यालय में शनिवार को पदोन्नति सूची जारी न किये जाने पर एजुकेशनल मिनिस्टीरियल आफिसर्स एसोसिएशन की प्रांतीय कार्यकारिणी के आह्वान पर बोर्ड कर्मचारियों ने एक दिवसीय कार्य बहिष्कार किया।
कर्मचारियों की सभा के दौरान वक्ताओं ने आरोप लगाया कि प्रशासनिक अधिकारी से वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी के पद पदोन्नति के लिए डीपीसी व पदस्थापना के लिये पांच दिसम्बर को काउंसिलिंग की गई थी, लेकिन इसकी सूची अभी तक जारी नहीं की गई है। इस दौरान लोकेश कुमार, अमित जोशी, नरेन्द्र कुमार जोशी, निर्मला नेगी, नवीनचंद्र उप्रेती, नंदकिशोर तिवारी, सुरेश रावत, अनन्तपाल बिष्ट, खीमानंद गहतोड़ी, कविन्द्र पाल गुंसाई, हरीश चन्द्र तिवारी, अरविंद चौहान, तारादत्त पंत, उमेश जोशी आदि शामिल रहे।