ऋषिकेश। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) की ओर से आइडीपीएल में तैयार किए जा रहे 500 बेड के कोविड अस्पताल का मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की स्थिति चुनौतीपूर्ण बनती जा रही है। ऐसे में केंद्र और राज्य सरकार सभी तरह के प्रयास करने में जुटी है। डीआरडीओ की ओर से तैयार किए जा रहे कोविड अस्पताल भी इसी प्रयास का नतीजा है।
डीआरडीओ की ओर से ऋषिकेश और हल्द्वानी में 500-500 बेड के कोविड अस्पताल तैयार किए जा रहे हैं। सीएम ने ऋषिकेश में कोविड अस्पताल की प्रगति को लेकर अधिकारियों से चर्चा की। इस दौरान बताया गया कि आइडीपीएल में निर्माणाधीन कोविड अस्पताल में 120 आइसीयू बेड तैयार किए जा रहे हैं। डीआरडीओ के प्रोजेक्ट मैनेजर लेफ्टिनेंट कर्नल रमन त्यागी प्रोजेक्ट इंचार्ज सूबेदार मेजर सुभाष ने बताया कि कोविड अस्पताल का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है, जिसे 17 मई तक हर हाल में पूरा कर लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की स्थिति चुनौतीपूर्ण बनती जा रही है। ऐसे में केंद्र और राज्य सरकार सभी तरह के प्रयास करने में जुटी है। उन्होंने बताया कि डीआरडीओ की ओर से तैयार किए जा रहे कोविड अस्पताल भी इसी प्रयास का नतीजा है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए हर जरूरी कदम सरकार उठा रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से राज्य को पूरा सहयोग मिल रहा है।
उन्होंने बताया कि उनकी एक अपील पर ही प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री ने उत्तराखंड में डीआरडीओ के माध्यम से दो कोविड अस्पताल तैयार करने शुरू किए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में जल्द ही 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के व्यक्तियों को कोविड वैक्सीनेशन की सुविधा निशुल्क प्रदान की जाएगी। मीडिया कर्मियों को भी फ्रंटलाइन वर्कर के तौर पर निशुल्क कोविड वैक्सीनशन कराया जाएगा। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, महापौर अनीता ममगाईं, जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव आदि मौजूद थे।