देहरादून। 19 सितंबर से आइपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) के 14वें सीजन का दूसरा चरण शुरू होते ही सट्टेबाज भी सक्रिय हो गए हैं। सट्टेबाज हर मैच में सट्टा लगवा रहे हैं। एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने अब तक चार जगह दबिश देकर 14 सटोरियों को गिरफ्तार किया है। रविवार रात मसूरी से पकड़े गए सटोरियों का कनेक्शन हरियाणा से जुड़ा है। हरियाणा से बुकी ही सट्टे का रेट तय कर रहा था।
पुलिस के अनुसार, रविवार रात बेंगलुरु व मुंबई के बीच मैच चल रहा था। जिसमें विराट कोहली की टीम आरसीबी का रेट 30 रुपये जबकि रोहित शर्मा की टीम मुंबई इंडियंस का रेट 25 रुपये था। पकड़े गए गिरोह का मुख्य सरगना मसरूर अख्तर है। वह कई सालों से आनलाइन सट्टा लगवाता आ रहा है। अब तक वह पुलिस की पकड़ से बाहर था। मसरूर न सिर्फ आइपीएल, बल्कि विभिन्न देशों के वन डे व टेस्ट मैचों में भी सट्टा लगवाता था। आरोपितों ने चार हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से होटल में कमरा किराया पर लिया हुआ था। पुलिस के हाथ लगे रजिस्टर से पता लगा कि वह एक ही दिन में 16 से 17 लाख रुपये का लेनदेन करते हैं।
सट्टे से लेकर लेनदेन सब आनलाइन
पुलिस के अनुसार, वाट्सएप पर ग्रुप बनाकर सभी सट्टेबाजों से रकम जमा कराई जाती है। अधिकतर लेनदेन का काम भी आनलाइन ही होता है। सट्टा लगाने वाले हर ओवर, हर गेंद, हर खिलाड़ी के रन बनाने, आउट होने, गेंदबाज ओवर में कितने रन देगा और टीम की जीत-हार पर सट्टा लगाया जाता है।
सट्टेबाज पुलिस की पकड़ से भी दूर
पुलिस अधिकारियों की मानें तो सट्टा बाजार अधिकतर चोरी छिपे या गुप्त स्थानों में खेला जाता है। आनलाइन लेनदेन होने से पुलिस को भनक नहीं लग पाती। एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि अब तक चार गिरोहों को पकड़ा जा चुका है। देहरादून में मौजूद सटोरिया की लिस्ट तैयार गई है, जल्द ही बड़ी कार्रवाई की जाएगी।