वर्तमान में आपने फ़ेमस जिंगल ‘OLX करो, आगे बढ़ो’ तो सुना ही होगा। ज्यादातर लोग ज़रूरत का सामान खरीदने या अपना पुराना सामान बेचने के लिए OLX का प्रयोग करते हैं। तो कुछ लोग ऐसे भी है जो इस पोर्टल का प्रयोग लोगो के साथ धोखाधडी करने के लिये करते है। ठगो का यह गिरोह दूसरो को फसाने के लिये अलग-2 तरीके इस्तेमाल करता है तथा भारतीय सेना में नियुक्त होने की बात कहकर ओएलएक्स के माध्यम से सामान बेचने के नाम पर सम्पूर्ण भारतवर्ष में आम-जनता के साथ धोखाधडी की घटनाओं को अंजाम दे रहा है ।
इसी क्रम में एक प्रकरण शिकायतकर्ता सोहन सिंह निवासी ऋषिकेश द्वारा साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन को प्राप्त हुआ था जिसमें शिकायतकर्ता द्वारा OLX पर एक कार का विज्ञापन देखकर उसे खरीदने हेतु उस पर अंकित मोबाइल नम्बर पर सम्पर्क किया गया तो मोबाइल नम्बर धारक अज्ञात व्यक्ति द्वारा स्वंय को भारतीय सेना में बताते हुये शिकायतकर्ता को भारतीय सेना का पहचान पत्र आदि दिखाकर झासे मे लेकर कार बेचने के नाम पर रुपये 1,43,147/- की धोखाधडी की गयी ।
शिकायतकर्ता द्वारा दिये गये प्रार्थना पत्र के आधार पर साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून पर मु0अ0सं0 02/20 धारा 420, 120बी भादवि व 66(डी) आईटी एक्ट का अभियोग पंजीकृत किया गया तथा विवेचना साईबर थाने कुमाऊं के निरीक्षक ललित मोहन जोशी के सुपूर्द कर अभियोग के अनावरण हेतु थाना साईबर क्राईम कुमाँऊ परिक्षेत्र से पुलिस टीम का गठन किया गया ।
पुलिस टीम द्वारा अभियोग में अभियुक्तगणों द्वारा प्रयुक्त किये गये मोबाइल फोन नम्बर व वादी मुकदमा से धनराशि जिन बैक खातो में प्राप्त की गयी उनकी सम्बन्धित दूरभाष कम्पनी व बैक से जानकारी प्राप्त कर विश्लेषण किया गया तो सभी मोबाइल नम्बर व बैक खाते राजस्थान राज्य के मेवात क्षेत्र के होने पाये गये । पुलिस टीम को अभियुक्तो की गिरफ्तारी हेतु राजस्थान रवाना किया गया जहाँ पर पुलिस टीम द्वारा अभियोग में 02 अभियुक्तो को गिरफ्तार किया गया जिनमें से एक अभियुक्त वह है जिसके द्वारा उक्त घटना की संरचना तैयार कर सहअभियुक्तो के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया गया । अभियुक्तगण शातिर किस्म के साईबर अपराधी है । जिनके द्वारा विभिन्न राज्यो के कई व्यक्तियो को इसी प्रकार ठगी का शिकार बनाया है ।
STF/साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन की टीम द्वारा अथक मेहनत व लगन से देश भर में ओएलएक्स पर सामान बेचने के नाम पर ‘खातो में सेंध लगाकर ठगी करने वाले संगठित गिरोह के सरगना (Master Mind) व उसके सहयोगी को राजस्थान राज्य के दुर्गम स्थान मेवात क्षेत्र से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की । गौरतलब है कि यह क्षेत्र जामताड़ा झारखंड के तर्ज पर राजस्थान उत्तर प्रदेश हरियाणा की सीमा परिवेश मैं एक बड़ा साइबर अपराध का गढ़ उभर के आ रहा है। लगातार विभिन्न राजकीय पुलिस इस क्षेत्र से गिरफ्तारी कर रही है ।
प्रभारी स्पेशल टास्क फोर्स द्वारा बताया गया कि हमारी विभिन्न टीमें लगन के साथ निरंतर मेहनत कर रही है और अलग-अलग राज्य में जाकर गिरफ्तारी की जा रही है। साथ में जनता से अपील की है कि ऑनलाइन सामान खरीदते एवं बेचते समय अधिक सावधानी की आवश्यकता है।
राहुल पुत्र युनुस खाँ उम्र करीब 24 वर्ष जाति मेव निवासी ग्राम लालपुर थाना कामा जिला भरतपुर राजस्थान, सलमान पुत्र रूजदार उर्फ रोजेदार उम्र करीब 25 वर्ष जाति मेव निवासी ग्राम लुहेसर थाना कामा जिला भरतपुर राजस्थान
पुलिस टीम
ललित जोशी ( निरीक्षक साईबर क्राईम थाना कुमाँऊ परिक्षेत्र)
दिनेश पन्त (उपनिरीक्षक)
मौ0उस्मान (आरक्षी )
मनमोहन (आरक्षी )
संजय कुमार ( आरक्षी )