गेपेश्वर। बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति जल्द कर्नाटक में ‘चंदन वाटिका’ तैयार कर लेगी। इसके लिए कर्नाटक में जमीन का चयन कर लिया गया है। खास बात यह है कि जमीन में पहले से चंदन के पौधे लगे हैं।
बदरी-केदार मंदिर में होने वाली पूजाओं में चंदन का विशेष महत्व है। दोनों धामों में प्रति वर्ष करीब दो क्विंटल चंदन और चंदन की लकड़ी की खपत होती है। पिछले कुछ समय से बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति को चंदन जुटाने में काफी परेशानी हो रही थी।
मांग के अनुरूप चंदन नहीं मिल पा रहा था। बीते यात्रा सीजन में उद्योगपति मुकेश अंबानी जब बदरीनाथ धाम आए तो उन्होंने समिति को कर्नाटक में चंदन वाटिका तैयार करने के लिए जगह तलाशने को कहा।
प्रस्ताव पास कर मुकेश अंबानी करेंगे दान
इसका नाम उन्होंने बदरीश धीरुभाई अंबानी चंदन वाटिका रखने का प्रस्ताव दिया था। इसके चलते बदरीनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल, मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह और अधिशासी अभियंता अनिल ध्यानी जमीन तलाशने कर्नाटक पहुंचे।
कई जगह जमीन देखने के बाद कर्नाटक के सिमोगा जिले की तहसील शिकारीपुर में नेशनल हाईवे से लगी जमीन दिखी। करीब चार एकड़ में फैली इस जमीन में 2400 चंदन के पौधे लगे हैं। समिति ने जमीन के स्वामी से बात की तो उन्हें इसे सहर्ष स्वीकार कर लिया।
मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने बताया कि जमीन के स्वामी महालिंगेश्वर हैं। वह हाईवे से लगी इस जमीन को सर्किल रेट पर देंगे। जल्द इसका प्रस्ताव प्रसिद्ध उद्योगपति मुकेश अंबानी को भेजेंगे। वह जमीन खरीदने के बाद उसे अपने पिता स्व. धीरू भाई अंबानी के नाम पर बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर को दान कर देंगे।